Book Title: Jeetkalp Sabhashya
Author(s): Kusumpragya Shramani
Publisher: Jain Vishva Bharati

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Page 868
________________ 674 जीतकल्प सभाष्य कुम्म कुसण कुसील कुसुमपुर कूणिय 1019 कर 509 .80 केलास केसर 352 कोइल कोंकण कोंकणग कोणिग कोद्दव कोयव कोयवि कोसग कोसल कोसलग खंदग (तिर्यञ्च) जीचू पृ.६ खुय (खाद्य) 1585, 1594 खुरप्प (निर्ग्रन्थ) 281 गंडी (नगर) 1407, 1450 | गंडुवहाण (राजा) गद्दभ (खाद्य) 1612 | गद्धपट्ठ (पर्वत) 1378 गय (मोदक) 1417 गरुल (तिर्यञ्च) 1725 गलय (देश) __ 403 | गल्ल (व्यक्ति) 402, 403 गाउग (राजा) गावी (धान्य) 1148, 1770 | गिम्ह (वस्त्र) ___ 460 गिरिफुल्लि (वस्त्र) 1772 गिरिफुल्लित (उपानत्, जूता) 1774 | गुड (देश) (व्यक्ति) 500,503 (आचार्य) 528, 2499 गोच्छग (तप) 1862 / गोण (रोग) 502 | गोणस (उपानत्, जूता) 1774 गोयम (आहार) ___740 | गोरस (खाद्य) 181 घड (लब्धि) ___ 176 घत (रोगी) 1399 / घरकोइल (तप) 2550 (रोग) जीसू 10 (शस्त्र) 481 (पुस्तक) 1770 (वस्त्र विशेष ) 1771 (तिर्यञ्च) (मरण) (तिर्यञ्च) (तिर्यञ्च) 1987 (अवयव) 2485 (अवयव) (माप) 55 (तिर्यञ्च) 2143 (ऋतु) 1826 (ग्राम) (ग्राम) 1394 (खाद्य) 1612 (खाद्य) 1084 (तिर्यञ्च) .1133, 1773 (साधु-उपकरण) 903, 1728 (तिर्यञ्च) 904,1377 (तिर्यञ्च) 501 (व्यक्ति) (खाद्य) 1177 (उपकरण) 1133 (खाद्य) 532 (तिर्यञ्च) 1267 (तिर्यञ्च) . 258 1395 1395, गुल खमण खय 826 खल्लग खादिम खीर खीरासव खुज्ज खुड्डगसीहतव घुण

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