Book Title: Jeetkalp Sabhashya
Author(s): Kusumpragya Shramani
Publisher: Jain Vishva Bharati

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Page 871
________________ विशेषनामानुक्रम : परि-१२ 677 पणग पत्तट्ठवण पत्ताबंध पदेसिणी पप्पडिग (वस्त्र) (खाद्य) (तिर्यञ्च) 460 2361 533,857, 1508 1527 909 528 पभव पय पलंडु पलंब (उपकरण) (अवयव) (रानी) (तप) (निर्ग्रन्थ) (ग्रंथ) (वनस्पति) 305 281 2369 1765 (प्रायश्चित्त) पावारग (साधु-उपकरण) 903 | पिट्ठ (साधु-उपकरण) पिवीलिया (अंगुलि) 1445 / (खाद्य) 1537 पिहड (आचार्य) जीचू पृ.१ पुय (खाद्य) 394 | पुरंदरजसा (वनस्पति) .जीचू पृ. 19 पुरिमड्ड (फल) 613,1781, पुलाग 2187 पुव्वगत (काल) पूगप्फल “(गृह-उपकरण) 154 पूर्व (गृह-उपकरण) 788 / पूवलि (वस्त्र) 1772 पूवित (साधु-उपकरण) 741 पोसय (साधु-उपकरण) 2001 | फलग (उपानत्, जूता) ___ 1569 बइल्ल (अनशन) 355 बगुस (भाषा) 1008 बहेड (नगर) 1444 बहेडग (अवयव) 2166 बाह (अवयव) ___789 बिंदुसार (अनशन) बीयपुर (साधु-उपकरण) 903 बीही (पुरोहित) 528, 2499 भंडी (आचार्य) 1444,1445 भत्त (वस्त्र) 1772 भत्तपरिण 458 पलिय पलियंक पल्लंक पल्हवि पाउंछण पाउंछणग पाउया . * पाओवगमण पागत पाडलिपुत्त पाणि पाद पादोवगम पायकेसरि 404 (खाद्य) 1538 (खाद्य) 1680 (खाद्य विशेष) 1538 (अवयव) 2539 (साधु-उपकरण) (तिर्यञ्च) (निर्ग्रन्थ) 281 (औषध) 1083 (औषध) जीचूपृ.१४ (अवयक) 979 (ग्रंथ) 1,714 (फल) 1154 (धान्य) 1770 (वाहन) 404 पालक्क पालित्तय (आहार) 740 'पावार (अनशन) 356

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