Book Title: Jeetkalp Sabhashya
Author(s): Kusumpragya Shramani
Publisher: Jain Vishva Bharati
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________________ 680 जीतकल्प सभाष्य सासवणाल सिणाय सियाल (वनस्पति) (निर्ग्रन्थ) (तिर्यञ्च) (तिर्यञ्च) 2482 | सेज्जा ____281 सेडंगुलि 534,2469 सेणिय 536 | सोत 1882 | हंस 2482 | हत्थ 741 1397 312 549 1767 2587 सिवा (उपकरण) (व्यक्ति) (राजा) (अवयव) (तिर्यञ्च) (अवयव) (माप) (नगर) (तिर्यञ्च) सिसिर सिहरिणी 1445 हत्थ सीस सीहेसर सुंठी सुग सुवण्णग सूयगड सूरउदय (खाद्य) (अवयव) (मोदक) (औषध) (तिर्यञ्च) (धातु) (ग्रंथ) (उद्यान) 1414 हत्थप्प 1147 | हत्थि जीचू पृ. 17 2600 हरड जीचू पृ. 1 | हिम 1191 | . 1394 . 801,933, 2532 जीचूपृ. 14 1826 (औषध) (ऋतु)

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