________________
पत्नी बोली-"प्रभु ने तुमको
__ महा प्रसाद दिया है। निश्चय मगल होगा, प्रभु ने
आशीर्वाद दिया है।"
पुलकित तन वह चली वहाँ से
बुनकर के घर आई। बोली यह परिधान सलोना
लाई हूँ मैं भाई॥
मुझे चाहिए इसकी कीमत
जो भी मोल लगाओ। मूल्य भला क्या दोगे, कुछ तो
मुझको जरा वताओ॥
वुनकर बोला-“कहाँ मिला है
यह अनमोल वडा है। इसके रेशे-रेशे मे तो
अद्भुत रत्न जडा है।
जय महावीर /97