Book Title: Jain Yug 1959
Author(s): Sohanlal M Kothari, Jayantilal R Shah
Publisher: Jain Shwetambar Conference

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Page 492
________________ * जैनधर्म, तत्त्वज्ञान, साहित्य, कळा, स्थापत्य, इतिहास, जीवनचरित्र ने समाजप्रगतिने लगता विषयोनु उत्तम मासिक : व्यवस्थापक मंडल : . श्री चंदुलाल वर्द्धमान शाह, जे. पी. श्री सौभाग्य चंद्र सिंगी, एम. ए. श्री कांतिलाल डा. कोरा, एम. ए. श्री सोहनलाल म. कोठारी बी.ए., बी. कॉम. (लंडन), ए. सी. ए. (इंग्लंड) श्री जयंतिलाल रतनचंद शाह बी. ए., बी. कॉम. (लंडन) wwwwwwwwwwwwwwwwwwwwwww M श्री जैन श्वेताम्बर कॉन्फरन्स का मुखपत्र दरेक ली तारीखे प्रगट थाय छे. भारत मां वार्षिक लवाजम रूपी आ २) बे અ નુ ક મ : ડિસેમ્બર ૧૯૫૦ ५४i. 1 एकवीसमुं अधिवेशन કાર્યાલય નોંધ ૪ શ્રી જૈન શ્વેતામ્બર કોન્ફરન્સ પૂ. આચાર્ય શ્રી વિજયધર્મસૂરીશ્વરજી મહારાજ ૬ શ્રમણ ભગવાન મહાવીર પ્રભુનો અઢારમો ભવ विY-पासुहेर ડૉ. ભોગીલાલ જ. સાંડેસરા એમ. એ., પીએચ. ડી. ૯ પ્રાકૃત અને જૈન અધ્યયનની પ્રગતિ શ્રી ગુલાબચંદ જૈન ૧૭ સાચું તીર્થ શ્રી નવીનચંદ અ. દોશી ૨૧ જલપૂજનું ફળ पृ. आचार्य श्री विजययतिद्रसूरीश्वरजी महाराज २३ भगवान महावीर और उनका उपदेश पू. मुनि श्री जयन्तविजय, मधुकर २४ दीप जले...... Dr. Umakant P. Shah, M. A., Ph. D. 25 Jaina Stories in Stone at Abu and Kumbharia आ पत्रमा प्रगट थता लेखो माटे ते लेखना लेखको ज सर्व रीते जोखमदार रहेशे. श्री जैन श्वेताम्बर कॉन्फरन्स कार्यालय गोडीजी बिल्डिंग, २०, पायधुनी, कालबादेवी, मुंबई नं. २

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