Book Title: Jain Satyaprakash 1938 02 SrNo 31
Author(s): Jaindharm Satyaprakash Samiti - Ahmedabad
Publisher: Jaindharm Satyaprakash Samiti Ahmedabad

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Page 27
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir પ્રવાસ-ગીતિકા-ચય [२९] इन प्रवाम गीतिकाओं में कहे हुए प्राचीन गांवनामों और उनमें जिनालयों व श्रावकों के घर तथा उनके वातमानिक परिचय की तालिका इम प्रकार है:गांवका नाम जिनालय संख्या श्रावकगृह संख्या वर्तमान रेल्वे स्टेशन रियासत प्राचीन वर्तमान प्राचीन वर्तमान प्राचीन वर्तमान मंडपाचल मांडू ७०० १ तीन लाख ० धार . महू तारापुर तारापुर ५ ० ५००० ० , शंगारपर सिंगाणा १ ० ७०० २ धार, इन्दौर ,, तारणपुर तालनपुर २१ २ ० इन्दौर . नान्दुरी नानपुर १२ १ २१०० १ आलीराजपुर दोहन हस्तिनो-चिकली- ७ ० . २००० ० ग्वालीयर फान ढोला लक्ष्मणपुर लखमणी १०१ १ २०० ० आलिराजपुर , भोजकट भोपावर २ १ २०० ० ग्वालियर महू कुन्दनपुर अमोझरा २ १ इंगलपुर रींगनोद ९ २ ५०० १६ देवास जावरा अवन्तिका उत्जैन २० ५ २००० १०० ग्वालियर उज्जैन पडासलीपुर पडासली ५ १ २०० ० इन्दौर सुवासरा कर्कुटेश्वर कुकडेसर १ १ १०० ४० , नीमच समलिपुर सेमलिया ११ ५० २५ नामली नामली मक्षीपुर मगसी २१ १०० २५ ग्वालियर मकसी वसतपुर वही १ १ पीपल्या दशपुर मन्दसोर ५४ वनकोट वंकोडा १ १ २०० ९५ डुंगरपुर , गिरीपुर डुंगरपुर ५ ४ मेघपुर बडोदा ५ १ ५०० ५० , नोगेन्द्रपुर चुंडावाडा १ ० १०० ० ,, पालपुर पाल २ १ २०० १ , सर्वलापुर सावरा ५ १ ५०० १५ , थानापुर थाना १ . १०० ० ., धुलेवपुर केशरियाजी ११ ० उदयपुर मन्दसौर हो गई है। से मोटर सर्वीस होने से सुविधा बहुत दूर पडते हैं, किंतु स्टेशन दोहद और ईडर स्टेशन हैं, जो इन तीर्थोमें जाने के लिये उदयपुर, For Private And Personal Use Only

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