Book Title: Jain Sahitya Sanshodhak Khand 01 Ank 01 to 02
Author(s): Jinvijay
Publisher: Jain Sahitya Sanshodhak Samaj Puna

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Page 10
________________ विषय-सूची। हरिभद्राचार्यस्य समयनिर्णयः। सुप्रसिद्ध महान तत्त्वज्ञ जैनाचार्य हरिभद्रसुरिना (हिन्दी लेख विभाग) समनिर्णय संबंधी जे संस्कृत निबन्ध मुनिराज १ श्रीजिनविजयजीप पूनामां, भराएल 'प्रथम प्राच्य वि२ निर्ग्रन्थ प्रवचन ..... ... २ द्या पण्डित परिपद आगळ वांच्यो हतो ते जुदा पम्फ ३ उद्बोधन .... २ लेट रूपे छपाईने प्रकट करवामां आव्यो छे. निबन्ध ४ सिद्धसेन दिवाकर और स्वामी सरल भाषामा टवाएलो हाई अनेक अपर्व प्रति हासिक महहाआधी भरपूर छ. संस्कृत भाषा जाण समन्तभद्र नार दरेक विद्वानने अवश्य वांचवा लायक छे. किं ५ हरिभद्र मरिका समयनिर्णय ....२१ मात्र ४ आना. पोटेज खर्च जुहूं. मळवा- ठेकाणु --- ६ हरिषेणकृत कथाकाश ले ....पण्डित जैन साहित्य सं ऑफिम. नाथूरामजी प्रेमी, संपादक ----जैनहितैषी १९ ( गुजराती लखविभाग.) १ डॉ. हर्मन जकाचीनी कल्पमूत्रनी प्रस्तावना. समराइचकहा। अनुवादक.... अबालाल चतरभाई शाह. बी. आठमा मैज्ञाना प्रख्यात महात्मा याकिती मह२ जैन धर्मनं अध्ययन. ले०-त्रो. सी. वी. तरानु श्रीहरिभद्रसूरिए प्रशभरसपरिपूर्ण आ कथा--ग्रंथनी रचना करी छे. आना जोटानो बीजा राजवाडे, एम्. प. बीएस. सी. २९ , ग्रंथ मजची दुर्लभ छे. मळग्रंथ प्राकृतमा छे. पण ३ जेन आगम साहित्यनी मूळ मापा कई? अमे मूळ साधे तनी सल्कन अनुवाद पर पाया ले०-~-पण्डित बरदास जीवराज, . आ पुस्तक मबईनी युनिवर्सिटीए पाताना पाट्य व्याकरणतीर्थ .... ............ ३. पुस्तकामां पण दाखल कयु छ. आ प्रथमां समा “हरिभद्रमरिनो समयनिर्णय" ले ... दित्य राजाना कुल नवभवोनी वार्ता के तेमांना श्रीयुत हीरालाल अमृतलाल शाह. बी. ए. ३८ प्रण भयो अमाप प्रकट कर्या छ. ५ संपादकीय विचार त्रणे भवन मूल्य-रु०-२-८ १) भाण्डारकर प्राच्यविद्या संशोधन मन्दिर अने जैनसाहित्य संशोधन कार्य ४३ प्रद्युम्नचरित्रम्। २) जैन साहित्य प्रकाशन कार्य. ..., ५० आ काव्य रत्नचन्द्र उपाध्याये रचेल छे. श्री(३) मुंबई युनिवर्सिटीमा मागधी ( प्राकृत ) रत्नचन्द्र प्रसिद्ध श्रीहीरविजयसूरिनी संततिमांना भाषा ३ एक पंडित रत्न छे. काव्य घणु ज सरस अने सरल छे, तेमां संस्कृत भाषा द्वारा कृष्णना पुत्र प्रद्युम्ननी ENGLISH रसमय वार्ता वर्णववामां आवेल छे. 1-THE UNDERCURRENTS OF मूक-रु-२-०८-६ JAINISM. By Dr. S. K. Belvalkar.M. गौतम पुस्तक संग्रह कार्यालय A., PH. D. ...... 2THE IMMEDIATE TASK BEFORE US. By Prof. Benarasi Dass Jain, M... समजबुं सब कॉलेज रोड, पूना सिटी, Aho! Shrutgyanam

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