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नियमवाद / १२९ नियम नहीं कहा जा सकता । अनेक नियम इसमें काम करते हैं । एक नियम है-क्षेत्र । एक क्षेत्र ऐसा है, जहां पैदा होने वाला आदमी बहुत गरीबी भोगता है और एक क्षेत्र ऐसा है, जहां पैदा होने वाला सहज ही अमीर बन जाता है। हमारे सामने एक घटना है—अरब देशों में जब तक पेट्रोल उपलब्ध नहीं हुआ, अमीरी नहीं थी, बहुत गरीबी थी और प्राकृतिक साधन भी बहुत कम थे। न वहां विशेष खेती थी, न कोई और रोजगार के अच्छे साधन थे। किन्तु जैसे ही पेट्रोल उपलब्ध हुआ, वे देश दुनिया के अमीर देशों में मुख्य बन गए। यह अमीरी किस कर्म के उदय से हुई। एक साथ. ऐसा कैसे हुआ? सबके एक साथ शुभकमों का उदय हो गया, ऐसा नहीं माना जा सकता। यदि इस बात की गहराई में जाकर नियमों को खोजा जाए तो इसका नियम उपलब्ध होगा-क्षेत्र। भविष्यवाणी मिथ्या क्यों होती है ? ___ काल का भी एक नियम है । गरीबी और अमीरी में काल भी कारण बनता है। अमुक व्यक्तियों पर या अमुक-अमुक स्थानों पर सौर-विकिरण का अमुक प्रकार का प्रभाव होता है । काल का अर्थ है—सूर्य-चन्द्रमा की गति यानी सौर-मंडल की गति
और सौर-मंडल के विकिरण । पूरा-का-पूरा ज्योतिषशास्त्र इस आधार पर विकसित .. हुआ है। ज्योतिषशास्त्र बहुत वैज्ञानिक सिद्धान्त है । प्रस्तुत प्रसंग में उस ज्योतिष से । सम्बन्ध नहीं है जिसके द्वारा फलित बताने में बहुत गड़बड़ियां होती हैं। इसका कारण है-भविष्यवाणी करने वाले को पूरे नियमों का पता ही नहीं होता। वे एक बात को लेकर भविष्यवाणी कर देते हैं । इसलिए वह भविष्यवाणी अनेक बार मिथ्या प्रमाणित होती है। जब ज्योतिष के पूरे नियमों का पता नहीं होता, तब अनेक मिथ्या धारणाएं बन जाती हैं और उन धारणाओं के आधार पर ये भविष्यवाणी करने वाले लोगों को बहुत गुमराह कर देते हैं। किसी को बताते हैं तुम्हारे लड़का पैदा होगा और पांच दिन के बाद लड़की हो जाती है। किसी को बताते हैं तुम्हारा कारखाना बहुत चलेगा और सात दिन बाद दिवाला निकल जाता है। ये सामने आई हुई घटनाएं हैं। ये भविष्यवाणियां व्यक्ति को गुमराह करती हैं। ज्योतिर्विज्ञान : एक नियम
ज्योतिर्विज्ञान का अर्थ है-काल-चक्र के आधार पर होने वाली घटनाओं का विश्लेषण और वह बहुत सही निकलता है । कब, किस प्रकार के ग्रहों की गति होती है और उस गति के क्या परिणाम आते हैं ? यह बिल्कुल वैज्ञानिक बात है। इसे गणित ज्योतिष कहा जाता है । कुछ व्यक्ति हस्तरेखा देखकर चार-पांच मोटी-मोटी
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