Book Title: Gudhamrutlila
Author(s): Rajdharmvijay
Publisher: Shrutgyan Sanskar Pith
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श्रीभुवनभानुसूरीश्वररचित न्यायभूमिकातः शाब्दबोधप्रकियाजटिलता निवारणौषधकल्पोपमया देवगुरुप्रसत्त्या नव्यन्यायचित्ररेखापद्धतिर्विकसिता... अत्रोपयोगित्वाद्दिग्दर्शनं क्रियते ...
यथा...
(रामः ) ( लवः)
रामनिष्ठपितृत्वनिष्ठनिरूपकतानिरूपितनिरूपिततावत्पुत्रत्ववान्
लवः ।
अवच्छेदकावच्छिन्नघटितोदाहरणो यथा ...
(घट)
घटनिष्ठघटत्वनिष्ठावच्छेदक तानिष्ठनिरूपकतानिरूपित निरूपिततावदवच्छिन्नतावद्विषयतावद् घटः । सम्बन्धघटितोदाहरणो यथा -
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(संयोगः ) (जलम् ) (भृतलम्)
संयोगनिष्ठसंसर्गतानिष्ठनिरूपकतानिरूपितजलनिष्ठप्रकारता
निष्ठनिरूपिततानिरूपितनिरूपिततावद् विशेष्यतावद् भूतलम् । समनियतधर्मयोः सामानाधिकरण्यमिति प्राच्याः, ऐक्यमिति जगदीश
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