Book Title: Girnar Galp
Author(s): Lalitvijay
Publisher: Hansvijayji Free Jain Library

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Page 4
________________ श्रीमन् पंन्यासजी मणिविजयजी महा ___ राजनुं जीवनचरित्र. गुजरात मातना खेडा जील्लापां कपडवंज तालुकाना कपडवंज नामना अहेरयां शाह मगनलाल भाइचंद नामे के जे प्रस्तुत जीवनचरित्रना नायकश्री. पंन्यास मणिविजयजी महाराजना संसारीपणामां पिता उत्तम श्रावक अने घरना मुखी गृहस्थ हता, दुकाननो धंधो प्रमाणिकपणे करता, अने धर्मअनुष्ठान प्रत्ये पण अतिरुचीवाला हता, एमनां धर्मपत्नी एटले श्री मणिविजः यजी महाराजना संसारीपणानां मातुश्री नामे जमना बाइ पण पतिव्रत धर्मने अनुसरी चालनारां हता. म हाराजश्रीनां मातापिता धर्मनीष्ठ साधुसाध्वीनी भक्तिबाळां, अने गुणानुरागी हता. . संबत. १९२४ नी शालमां मुनिमहाराजश्री झचेर सागरजी महाराजे कपडयांचोमासंकयु. श्री अवेर सागरजी महाराज विद्वान बने उत्तम उपदेशक हता, Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Unuzway. Sorratagyanbhandar.com

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