Book Title: Gautam Pruchha
Author(s): Yatindravijay
Publisher: Sarupchand Hukmaji Seth

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Page 17
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ( १३ ) सब जीवों को उच्चाट करते हैं वे पुरुष मर कर भीरुक डरपोक होते हैं और धनसिंह की तरह दुःख पाते हैं। २० प्रश्न- हे कर्म विभंजन! किस कर्म से जीवों की विद्याएं निष्फल होती हैं ? उत्तर-गौतम! जो पुरुष गुरु के पास विद्या और विज्ञान कपट से ग्रहण कर फिर गुरु को नहीं मानते और कोई पूछता है कि तुमने विद्याभ्यास किस के पास किया है उस वक्त वे गुरु का नाम छिपाते हैं अथवा विद्या गुरु की निन्दा करते रहते हैं वे विद्या भों से रहित होते हैं अर्थात् उन की विद्याएँ त्रिदंडिक की तरह निष्फल होती हैं। २१ प्रश्न-हे पुरुषोत्तम ! किस कर्म से For Private and Personal Use Only

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