Book Title: Gautam Pruchha
Author(s): Yatindravijay
Publisher: Sarupchand Hukmaji Seth

View full book text
Previous | Next

Page 23
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ( 6 ) की तरह कुबड़े होते हैं। ३२ प्रश्न-हे धर्मनायक ! किस कप से जीव नीच गौत्र बांधते हैं ? . उत्तर--गौतमं ! जो जाति कुल का मद करते हैं, जो उन्मत्त हो दूसरों की निन्दा और अपनी प्रशंसा करते है वे पुरुष नीच गौत्र कर्म उपार्जन करते हैं। ३६ प्रश्न- हे भारतभास्कर ! किस कर्म से जीव दास होते हैं उत्तर-गौतम ! जो जीनों का क्रय विक्रय करते हैं, जो कृतघ्नी किये हुए उपकारों को भूलने वाले) होते हैं, वे पुरुष मर कर 'ब्रह्मदत्त' की तरह दास होते हैं। ३६ प्रश्न हे प्रभुवर ! किस कर्म से जीव दरिद्र होते हैं ? For Private and Personal Use Only

Loading...

Page Navigation
1 ... 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35