Book Title: Gautam Pruchha
Author(s): Yatindravijay
Publisher: Sarupchand Hukmaji Seth

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Page 29
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir HP पाते हैं और लोष्टक (मृगालोडा) की तरह महादुःखी होते हैं। ४५ प्रश्न हे सर्वजनवल्वभ ! किस कर्म से जीव वेदना रहित होते हैं ? उत्तर-गौतम ! जो निगडबन्धनों से मर णभय और आपत्ति से प्राणियों को बचाते हैं बे पुरुष 'जिनदत्त की तरह वेदनाओं से मुक्त हो कर सुखी होते हैं। ___ ४६ प्रश्न-हे प्रवचनसरोवरहंस ! किस कर्म से जीव एकेन्द्रिय होते हैं ? __उत्तर-गौतम ! जो मोहनीयकर्म के तीन उदय से कुटुम्ब के ऊपर अत्यन्त मोह रखते हैं परिग्रह को अपनी आत्मा के समान जान ते हैं और अज्ञान कार्यों में लहलीन रहते हैं For Private and Personal Use Only

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