Book Title: Dvadasharnaychakram Part 1 Author(s): Mallavadi Kshamashraman, Labdhisuri Publisher: Chandulal Jamnadas Shah View full book textPage 7
________________ प्राव्राज्य शिक्षणं दत्त्वा कृत्वा विद्याविशारदम् । सिद्धान्तं पाठयित्वा यैर्वात्सल्यात् प्रतिपाल्य माम् ॥ १॥ पदे स्वकीये संन्यस्य ख्यातिमन्तं विधाय च । ग्रन्थमेतं समीकर्तुं प्रेरितः स्तम्भने पुरे ॥ २ ॥ कालादशुद्धिभूयिष्ठं सुविचार्य विशोधितम् । श्रीमत्कमलसूरिभ्यस्तेभ्य एनं समर्पये ॥ ३ ॥ विजयलब्धिसूरिः Jain Education International 2010_04 For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
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