Book Title: Bharatvarshiya Prachin Charitra Kosh
Author(s): Siddheshwar Shastri Chitrav
Publisher: Bharatiya Charitra Kosh Mandal Puna

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Page 1206
________________ यदु . प्राचीन चरित्रकोश राम दाशरथि ...६७२-६७४ | तीर्थयात्रा नहुष-मुक्ति; घोषयात्रा; जयद्रथ की मुक्तता; . शाप: परिवार; यादव वंश; सात्वत शाखा; अन्य- | यक्ष-प्रश्न; अज्ञातवास; संधि का प्रयत्न; युधिष्ठिर-कृष्ण शाखाएँ; अठारह महारथ; आये संस्कृति का प्रचार; | संवाद; कृष्ण-दौत्य; यादव निन्दा। भारतीय युद्ध-पाण्डव पक्ष के योद्धा; कौरव पक्ष के यम वैवस्वत ...६७४-६७७ | देश; युद्ध-शिबिर; सांख्यिक-बलाबल; सेनाप्रमुख एवं पहला राजा; निवासस्थान; दूत; मित्रपरिवार; यम- | सेनापति; युद्धप्रारंभ; प्रारंभ में; भीष्म के बाद द्रोण; यमी-संवाद, आत्मसमर्पण; मृत्यु का देवता; व्युत्पत्ति; कर्णवध; युधिष्ठिर- अर्जुन संवाद; दुर्योधन-बध; बचे वेदोकालोपरान्त यम; यम को शाप; पितरों का प्रमुख; यम- | हुए वीर; नचिकेत संवाद; यम-गीता; महाभारत-वर्णित यमः यम | विरक्ति; युधिष्ठिर-अर्जुन संवाद; राज्याभिषेक की उपासना; ग्रंथ; धर्मशास्त्रकार। गर्वहरण; धृतराष्ट्र वनगमन; महाप्रस्थान; स्वर्गारोहण; ययाति ___...६७७-६८२ | मृत्यु; स्वर्गप्रवेश; यमधर्म से भेंट; परिवार; आयु; कालजन्म; देवयानी से भेंट; ययाति-देवयानी संवाद | निर्णय; तिथिनिर्णय । विवाह; पुत्रप्राप्ति: शुक्र से शाप; पुत्रों को शाप; यौवन | रक्षस् ....७११-७१४ प्राप्ति; विरक्तावस्था; वानप्रस्थाश्रम; उत्तर-यायात स्वरूपवर्णन; नानाविधरूप; आहार; मनुष्यों को पीड़ा; आख्यान; वाल्मीकि रामायण में पद्म में अश्रुबिन्दुमती | विचरण; अग्नि से विरोध; व्युत्पत्ति; असुरों का वैयक्तीसे विवाह; श्रेष्ठ सम्राट; धार्मिकता; परिवार; ययातिपुत्रों करण; ऋग्वेद में; ईरान में असुरपूजा; उपनिषदों में; के राज्य । अष्टाध्यायी में पुराणों में; सामान्य उपाधि । यवक्रीत ....६८२-६८३ | रंतिदेव सांकृत्य ...७१८-७१९ • तपस्या; इन्द्र से भेंट; रैभ्य से विरीध; मुक्ति । यज्ञपरायणता; दानशूरता; सांकृत्य ब्राह्मण । यवन ...६८३-६८४ | राधा ...७२२-७२४ उन्ननिवेश; महाभारत में। जन्म, पृथ्वी पर अवतार; कृष्ण से विवाह; राधा की याज्ञवल्क्य वाजसनेय ...६८५-६९३ | उपासना। नाम, योग्यता; यजुःशिष्यपरंपरा; कृष्णःयजुर्वेद शुद्धी- | राम दाशरथि ...७२५-७४२ करण; जनमेजय की राजसभा में; शुक्लयजुर्वेद का प्रणयन | आदर्श पुरुषश्रेष्ठ; वैयक्तिक सद्गुणों का आदर्श नाम: ईश उपनिषदः शतपथ ब्राह्मण; जन्म; अवतार; रूपवर्णन; नामकरण एवं शिक्षा; वसिष्ठ .' वैशंपायन से विरोधः सूर्य से वेदप्राप्तिः कालनिर्णयः | से उपदेशप्राप्ति; विश्वामित्रसहवास; ताटकावधः मारीच दार्शनिक समस्याओं का आचार्य जनक के दरबार में एवं सुबाहु से युद्ध; अहिल्योद्धार; सीतास्वयंवर; परशुवादविवाद के विषय निष्प्रपंच सिद्धान्त; पुराणों में राम से संघर्षः यौवराज्याभिषेक; कैकेयी से संभाषण: याज्ञवल्क्य-मैत्रेयी संवाद; ध्येयात्मक अद्वैतवाद; | वनवास; दण्डकारण्यप्रवेश; राक्षसविरोध; पंचवटी में; अमरत्व की प्राप्ति; जनक- याज्ञवल्क्यसंवाद; मृत्युवर्णनः । शुर्पणखा-विरूपत्व; सीताहरण; कबंधवध; वालिआक्षेप: तत्त्वज्ञान; चरित्रचित्रण; आत्मगत भाषण; परिवार; सीता की खोज; लंका पर आक्रमण; विभीषण से मित्रता; शिष्यपरंपरा; शाखाप्रवर्तक शिष्य; ग्रन्थ; शुक्ल यजुर्वेद; | सेतुबन्ध; लंका का अवरोध; दूतप्रेषणः प्रथम याज्ञवल्क्य स्मृति। दिन; नागपाश; राक्षससंहार; इंद्रजित्वध; रावणयास्क ...६९४-६९५ वधः अग्निपरीक्षा; दक्षिण की विजययात्रा; राक्षस निरुक्त पूर्वाचार्य; भाषाशास्त्रज्ञ। . संग्राम का तिथिनिर्णय; लंका का स्थल निर्णय; वानर ...६९६-७०९ कौन थे? उत्तर काण्ड का विश्लेषण; अयोध्यागमन; तत्त्वदर्शी राजा; चिन्तनशील व्यक्तित्व जन्म स्वरूप- राज्याभिषेक; सीतात्याग; कुशलवजन्म; अश्वमेधयज्ञ; वर्णन; ध्वज एवं आयुधः शिक्षा; यौवराज्याभिषेक; | सीता का भूमिप्रवेश; देहत्याग; रामकथा का तिथि निर्णय लाक्षागृहदाह; अर्धराज्यप्राप्ति; राजसूय यज्ञ; दुर्योधन- | सर्वमान्य तिथियाँ ताम्रपटों का निर्देश;'कालनिर्णय रामायण' विद्वेष; तपराजय; वनवास; द्रौपदी-युधिष्ठिर संवाद; | ग्रन्थ; चरित्र-चित्रण; राम चरित्र के दोष परिवार: प्रा. च. १४९] युधिष्ठिर

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