Book Title: Bharatvarshiya Prachin Charitra Kosh
Author(s): Siddheshwar Shastri Chitrav
Publisher: Bharatiya Charitra Kosh Mandal Puna
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सनत्कुमार
व्यक्तिसूचि
हयग्रीव
संजय
सनत्कुमार ...१०१६-१०१८ सुग्रीव
१०४९-१०५१ ब्रह्ममानसपुत्र; गुणवर्णन; निवासस्थान; उपदेश-प्रदान; | वालिन् से शत्रुत्व; राम से मैत्री; वालिनबध; लक्ष्मण सात्वतधर्म का उपदेश; धृतराष्ट्र से उपदेश; पृथ्वी पर | का क्रोध; पश्चाताप; युद्ध की तैयारी; राम-रावण युद्ध में; अवतार; तत्त्वज्ञान; "भमन्' तत्त्वज्ञान; ग्रन्थ । राम का राज्याभिषेक; चरित्रचित्रण; सुग्रीवचरित्र के सप्तर्षि
...१०१९-१०२० दोष; मानस में। सप्तर्षि कल्पना का विकास; ऋग्वेद सर्वानुक्रमणी में;
सुदास पैजवन
...१०५६-१०५७ महाभारत में दिशाओं के स्वामी ।
नामः पुरोहित; दाशराज्ञ युद्ध; विपक्षीय राजा; अन्य संपाति
...१०२१-१०२२ पराक्रम, परिवार । इंद्र से युद्ध; सीताहरण; जटायुवध, परिवार । सुशर्मन् गर्न प्रस्थलाधिरति ...१०७७-१०७८ सम्राज़
...१०२२-१०२३ | विराट से युद्ध; भारतीय युद्ध में; संशप्तक योद्धा । वैदिक साहित्य में।
सूर्य
....१०८१-१०८२ समा देवशुनी
...१०२३-१०२४ । सूर्य देवता की कल्पना का उद्गम; सूर्य उपासना; सूर्य वैदिक साहित्य में; इंद्रदौत्य; पौराणिक साहित्य में; | उपासना के ग्रंथ । परिवार । सवित
...१०२६-१०२७
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वादक साहित्य मा निवासस्थान पर
वैदिक साहित्य में निवासस्थान ऐतिहासिक निर्देश ।. उत्पत्ति; गुणवर्णन; स्वरूपवर्णन; पौराणिक साहित्य में |
सोमक साहदेव्य (साञ्जय) १०८५-१०८६ अनुचर; पत्नियाँ; परिवार; रूपकात्मक वर्णन ।
पौराणिक साहित्य में; पुत्र का नरमेध; मृत्यु के पश्चात् । । सहदेव पांडव
...१०२८-१०२९ सोमदत्त बाल्यकाल; दक्षिण दिग्विजय; द्यूतक्रीडा एवं वनवास; शिनि यादव से शत्रुत्व; भारतीय युद्ध। .: भारतीय युद्ध में भारतीय युद्ध के पश्चात् ; परिवार; ग्रंथ। सौति रोमहर्षणसुत
___...१०८७-२०१८ सात्यकि (युयुधान)
...१०३१-१०३४ महाभारत की परंपरा; महाभारत का विस्तार; महा- . स्वरूपवर्णन; विद्याव्यासंग; कृष्ण का सहायक; पाण्डवों भारत का कथन; महाभारत का प्रारंभ; महाभारत के का मित्र; पांडवों के वनवासकाल में; युद्ध का समर्थन; कौरवों | उपलब्ध संस्करण; हरिवंश । की राजसभा में भारतीय युद्ध में; द्रोण के सेनापत्यकाल
...१०९०-१०९२ में; कर्ण के सेनापत्यकाल में भारतीय युद्ध के अठारहवें जन्मकथा; महाभारत में नामान्तर, अस्त्रप्राप्ति; दिन; पराक्रम; भारतीय युद्ध के पश्चात् ; मृत्यु, परिवार। तारकासुरवध; अन्य पराक्रमः ब्रह्मचर्यव्रत; परिवार; स्कंद सात्वत
...१०३४ के पार्षद; मातृका। सात्वत धर्म।
स्वायंभुव मनु
...१०९५-१०९६ साध्य
...१०३४-१०३५ राज्यविस्तार; पृथ्वी का सम्राट्, परिवार, जंबुद्धीप पौराणिक साहित्य में; नामावलि; महाभारत में।
की जानकारी; पौराणिक साहित्य में । सांव ...१०३५-१०३६ हनुमत् अथवा हनुमत्
....१०९८-११०२ जन्म; पराक्रम, लक्ष्मणाहरण; प्रभावती का हरण;
'हनुमत् ' एक द्रविड शब्द; गुणशिष्टय; हनुमत्दुर्वासस का शाप; मौसलयुद्ध; सूर्योपासना।
देवता का मूल स्त्रोत; हनुमत्देवता का सद्यःस्वरूप;
जन्म; नामान्तर; अपप्राप्ति; ऋषियों से शाप; सुग्रीव सावित्री
...१०३९-१०४०
का मंत्री संभाषणचातुर्य; सीताशोध; समुद्रोलंघन; अशोकजन्मः विवाहः त्रिरात्रवत; यम से आशावादप्राप्ति । वन में: सीता से भेंट: लंकादहनः सुग्रीव स भट; रामसीता वैदेही
१०४२-१०४५ रावण युद्ध में; अयोध्या म; ब्रहाचर्य; चिरंजीवित्व; __ सतीत्व की साक्षात् प्रतिमा; स्वरूपवर्णन; भूमिजा पांडित्य परिवारः मानस में । सीता; जन्मसंबंधी अन्य भाख्यायिकाएँ; सीतास्वयंवर; | हयग्रीव
...११०३-११०४ वनवासगमन; सीताहरण; हनुमत् से भेंट; अग्निपरीक्षा | स्वरूपवर्णनः वैदिक साहित्य में; पौराणिक साहित्य । राज्ञीपद; पुत्रजन्म देहत्याग; चरित्रचित्रण; मानस में। 7 में हयग्रीव असुर का वधक्रमपाठ ।
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स्कंद