Book Title: Avashyak Niryukti Part 07
Author(s): Aryarakshitvijay
Publisher: Vijay Premsuri Sanskrit Pathshala

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Page 314
________________ निर्यक्तिभाष्यादिश्लोकानां अकारादिक्रमः 303 अट्टविहंपिय कम्म.... ॥९२०॥ | अद्धद्धं अहिवइणो..... ॥५८७॥ | अरहंत चक्कवट्टी ..... ॥भा.४९॥ . अट्ठावयंमि सेले ..... ॥४३४॥ | अद्धभरहमज्झिल्लुति.... ॥१५॥| अरहंतनमुक्कारो एवं ..... ॥९२५॥ अट्ठावयचंपुज्जित०.... ॥३०७॥ अद्धा पच्चक्खाणं ... ॥१५८१॥ अरहंतनमुक्कारो जीवं ....॥९२३॥ अट्ठावीसा दो वास०... भा.१३३॥ अद्धाइ अवट्ठाणं,.... ॥५८॥ अरहंताई निअमा साहू.... १००७॥ अद्वैव गया मोक्खं ..... ॥४०१॥ अद्धाणे पलिमंथो ..... पा. २४॥ अरहंतुवएसेणं सिद्धा ..... ॥१००९॥ अठुत्तरं च वासा.... ॥६५६॥ अद्धाणे पासाए ..... ॥१२४३॥ अरिहंत सिद्ध.... ॥१७९॥ अडविं सपच्चवायं ...... ॥९०५॥ अनिअयवासं सिद्धत्थ०....॥४९२॥ अरिहंतनमुक्कारो धन्नाण.... ॥१२४॥ अडवीइ देसिअत्तं १ ..... ॥९०४॥ अन्नं इमं सरीरं ...... ॥१५५५॥ अरिहंतनमुक्कारो सव्व..... ॥९२६॥ अड्डाइज्जा (अद्भुट्ठा)... ॥२८४॥ अरिहंतसिद्धपवयण०.... ॥४५१॥ अन्नत्थ निवडिए .... अड्ढाइज्जेहिं राइंदि०.... ॥८७५॥ ॥१५९४॥ अरिहंति वंदणनमंस०..... ॥९२१॥ अण मिच्छ मीस.... ॥१२१॥ अन्नयरपमायजुयं .... ॥१३४२॥ अरिहो उ नमुक्कारस्स ..... ॥९०८॥ अणथोवं वणथोवं.... ॥१२०॥ अन्नाविट्टासरीरे पंता..... पा.३९॥ अलियमुवघायजणयं ..... ॥८८१॥ अणदंसनपुंसित्थी..... ॥११६॥ | | अन्नियपुत्तायरिआ...... ॥११८४॥ अलोए पडिहया .... ॥९५९॥ अणभोग कारणेण..... .पा.११॥ अपराजिअ १८ विस्स०..... ॥३२९॥ अवणामा दुन्नहा...... ॥१२०४॥ अणागयमइक्कंतं ..... ॥१५६६॥ | अपुहुत्ते अणुओगो.... ॥७७३॥ अवरज्जुयस्स तत्तो..... पा.६१॥ अणाढियं च थद्धं.... ॥१२०८॥ | अप्पंपि सुयमहीय..... ॥१९॥ अवरविदेहे गामस्स.... भा. १॥ अणिआणकडा रामा .... ॥४१५॥ | अप्पक्खरमसंदिद्धं ..... ॥८८६॥ अवरविदेहे दो वणिय.... ॥१५३॥ अणिगृहंतो विरियं ..... ॥११७०॥ | अप्पग्गंथमहत्थं बत्ती...... ॥८८०॥ अवरेण भवण..... भा. ११८॥ अणिमिसिणो सव्व.... ॥भा.१८७॥ अप्पुव्व० .... ॥४५३॥ अवहासंमोहविवेगवि.... ॥ध्या.९०॥ अणुओगो य नियोगो... ॥१३१॥ अप्पुव्वं दट्टणं ....... ॥११२६॥ अवियारमत्थवंजण..... ॥ध्या.८०॥ अणुकंपऽकामणिज्जर ..... ८४५॥ अप्पुव्वनाणगहणे...... ॥१८१॥ अव्वाबाहं दुविहं ...... ॥१२२४॥ अणुकंपा वेयड्ढो ...... ॥१२९७॥ अब्भंतर मज्झ बहिं ..... ॥५४९॥ | असंजयं न वंदिज्जा ...... ११०६॥ अणुगामिओ.... ॥५६॥ अब्भत्थणाए मरु ओ.... ॥६८०॥ असज्झाइयनि०...... ॥१४१८॥ अणुभासइ गुरु व०.... ॥भा.२५१॥ अभितरमललि०...... ॥१४११॥ असज्झाइयनिज्जुत्ती..... ॥१३२२॥ अणुमाणहेउदिटुंत० ..... ॥९४८॥ अभितरलद्धीए,.... ॥६३॥ असज्झाइयनिज्जुत्ती..... ॥१४१७॥ अणुवकयपराणुग्ग०..... ॥ध्या.४९॥ अब्भुट्ठाणे विणए ..... ॥८४८॥ असज्झायं तु दुविहं ...... ॥१३२३॥ अण्णाणमारु एरिय०..... ॥ध्या.५७॥ असणं पाणगं चेव,..... ॥१५८९॥ अण्णायया अलोहे..... ॥१२७६॥ अब्भुवगर्ममि नज्जइ... ॥६६९॥ अभए १ सिट्ठि २...... अतरंतो उ निसन्नो ...... ॥१४९८॥ असणं पाणगं चेव, .... ॥१५९३॥ ॥९४९॥ अत्थं भासइ.... असरीरा जीवघणा .... ॥९७७॥ अभिकंखंतेहिं सुहा०.... ॥७०८॥ ॥१२॥ अभिवाहारोकालि०.... ॥भा. १८२॥ असहाए सहायत्तं .... अस्थकरो अहिअ०...... ॥१०७५॥ ॥१००५॥ ॥३॥ | असिअसिरओ..... अत्था णं ओगहणमि.... अभिसंभूआ सासत्ति..... ॥१०८१॥ ॥१९२॥ अथिरस्स पुव्बगहियस्स.... ॥७०१॥ अमणुण्णाणं........ ॥ध्या.En. असिअसिरओ सुन०..... ॥भा.७०॥ अद्धट्ठमलक्खाई..... असिवाइबहिया...... अमरनररायमहिओ .... ५४०॥ पा.५६॥ ॥२९०॥ अद्धट्ठमा सहस्सा. ॥२९६॥ | अमुगं दिज्जउ मज्झ.... भा.२४२॥ असिवे ओमोयरिए.... पा.१२॥ अद्धट्ठमा सहस्सा २०.... ॥२७६॥ अयले १ विजए २ .... भा.४१॥ असिवोमाघयणेसुं..... ॥१३६१॥ अद्धत्तेरस लक्खा असुइट्ठाणे पडिया ...... ॥१११२॥ ..... ॥२८०॥ | अयसिवणं व कुसु०.... भा. १०३॥ अस्संजमो य एक्को ..... ॥७४०॥ अद्धत्तेरसकोडी उक्कोसा...॥३३२॥ | अरमल्लिअंतरे दुण्णि .... ॥४२०॥ ।

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