Book Title: Avashyak Niryukti Part 07
Author(s): Aryarakshitvijay
Publisher: Vijay Premsuri Sanskrit Pathshala

Previous | Next

Page 332
________________ सिंघाडय० निर्यक्तिभाष्यादिश्लोकानां अकारादिक्रमः ३२१ सयणासणण्णपाणे... ॥१५००॥ सव्वोऽविय आहारो..... ॥१५९१॥| सावयधम्मस्स विहि .... ॥१५५९॥ सयभिसया भरणीओ..... पा.४५॥ सह मरु देवाइ निग्गओ..... ॥३४४॥| साहारणओसरणे ..... ॥५५४॥ सयमेवणपालणियं ..... ॥१५८६॥ सहसा कालगयंमी ...... पा.३७॥। साहारणमपज्जत्त..... ॥१२३॥ सयसाहस्सा गंथा .... ॥८७६॥ सा चंडवायवीचीप० ..... ॥८३५॥ | साहारणासवत्ते ..... ॥५७८॥ सललियविल्लहल०...... ॥१२५८॥ सा पूण सद्दहणा ...... ॥१५८८॥| साहाणसव्वमता - साहीणसव्वमंतो .... ॥९३३॥ सवियारमत्थवंजण०..... ॥ध्या.७८॥ | सा वत्थी सिरिभद्दा ..... ॥४७९॥ साहुं तिगिच्छिऊणं.... ॥१७५॥ सव्वं असणं सव्वं ..... ॥१५७९॥ | सा हवइ सव्व०..... भा. १८८॥ सिघाडगतिगचउक्क०.... ॥२१८॥ सव्वं च देसविरति ..... ॥५६४॥| साएए पुंडरीए ....... ॥१२८९॥ ॥भा.८३॥ सव्वं पाणइवायं ....... ॥१२७१॥| सागारमणागारा,.... ॥६५॥ सिउंबरजंघाए ..... ॥१०७२॥ सव्वति भाणिऊणं ..... ॥८००॥ सागारियाड कहणं...... ॥१३४९॥ सिक्खा दुविधा... ॥१॥ सव्वगयं सम्मत्तं ..... ॥८३०॥ सागेयम्मि महाबल ...... ॥१२९८॥ सिज्जस १ बभदत्त २ ... ॥३२॥ सव्वग्गहोभयाणं.... भा. १६९॥| सादीसपज्जवसिओ.... ॥७३२॥| सिद्धात्त अ बुद्धात्त ..... ॥९८७ सव्वजीवेर्हि सुर्य ...... ॥८६०॥ साभाविय तिन्नि .... ॥१३३४॥ सिद्धत्थपुरे तेणेत्ति ..... ॥५११॥ सव्वत्थ अविसमत्तं ..... ॥५७६॥ साभिग्गहा य निरभि०... ॥१५६०॥ सिद्धत्थवणं..... भा. १०२॥ सव्वपमायरहिया ...... ॥ध्या.६३॥ सामंसमं च २..... ॥१०३०॥ सिद्धस्स सुहा रासा ... ॥१८॥ सव्वबहुअगणिजीवा,.... ॥३१॥ सामाइअमाईअं... भा. ३७॥ सिद्धाण नमुक्कारो .... ॥९९२॥ सव्वलोए अरिहंत ...... सू.॥ | सामाइयं करेमी..... ॥१०४६॥ सिद्धाण नमुक्कारो एवं० ॥९९१॥ सव्वविहीसु अ कुसला... ॥१०८४॥ | सामाइयं च तिविहं .... ॥७९६॥ सिद्धाण नमुक्कारो धन्ना० ॥९९०॥ सव्वसुरा जइ रू वं..... ॥५६९॥ | सामाइयं च पढम.... ॥११४॥ सिद्धाण नमुक्कारो..... ॥९८९॥ सव्वाउअंपि सोया ..... ॥५७९॥ सामाइयं स मइयं ..... ॥८६४॥ सिद्धाणं बुद्धाणं ...... .॥ सव्वाओवि गईओ...... ॥११६२॥ | सामाइयंमि उकए ..... ॥८०१॥ सिद्धिवसहिमुवगया ..... ॥९११॥ सव्वासु वट्टमाणा ..... ॥ध्या. ४०॥ | सामाइयनिज्जुति.... ॥८७॥ सिद्धे नमंसिऊणं ..... ॥१२७०॥ सव्वे काउस्सग्गं करेंति.... ॥७०६॥ | सामाइयमाईय.... ॥१३॥ सिरिगुत्तेणऽवि .... भा. १३९॥ सव्वे य माहणा.... ॥६५७॥ ॥६५७॥ सामाइयाइया वा..... ॥२७१॥ सीआ साडी दीहं ...... ॥९४५॥ सव्वेऽवि एगदूसेण ..... ॥२२७॥ | सामाणिअदेविड्ढि .... ॥५०५॥ सीआइ मज्झयारे.... भा. ९४॥ सव्वेऽवि एगवण्णा.... ॥३९१॥ ॥३९१॥ साय सयं गोसद्धं ..... ॥१५३३॥ सीआलं भंगसयं .... ॥१०४५॥ सव्वेऽवि गया ..... ॥३९०॥ | सारस्सय १ माइच्चा २.... ॥२१४॥ सीयललुक्खाऽणुचियं.... ॥११८७॥ सव्वेऽवि सयंबुद्धा ..... ॥२१२॥ सारस्सयमाइच्चा० भा. ८६॥ सीयले खुड्डए ..... ॥११०५॥ सव्वेवि दव्वजोगा ..... ॥९३४॥ सारीरंपिय दुविह...... ॥१३५०॥ सीयाणे जं दिg ...... ॥भा.२२५॥ सव्वेविअ अइयारा..... ॥११२॥ | सालंबणो पडतो ..... ॥११७३॥ सीयायवाइएहि ..... ॥ध्या.१०४॥ सव्वेसिपि जिणाणं ..... ॥३३३॥ सावगभज्जा १ सत्त०.... ॥१३४॥ सीस १ मुरो २ ... भा.१६०॥ सव्वेसिपि नयाणं ..... ॥१०५५॥ सावज्जजोगप्परिव० ..... ॥७९९॥ सीसुक्कंपिय सूई ...... ॥१५५०॥ सव्वेसिपि नयाणं ..... ॥१६२५॥ सावज्जजोगविरओ ....॥१०५२। सीसो पढमपवेसे ...... ॥१२२९॥ सव्वेसुवि संठाणेसु ..... ॥८२१॥ सावज्जजोगविरओ.... भा.१४२॥ सीहासणे निस० ..... ॥भा.९७॥ सव्वेहिंपि जिणेहिं ..... ॥३३१॥| सावत्थी उसभपुरं .... ७८१॥ सुअणोसुअसुअ...... ॥१०४१॥ ★ १५२५५छी.. + १५६४५छी..

Loading...

Page Navigation
1 ... 330 331 332 333 334 335 336 337 338 339 340 341 342 343 344 345 346 347 348 349 350 351 352 353 354 355 356