Book Title: Avashyak Niryukti Part 07
Author(s): Aryarakshitvijay
Publisher: Vijay Premsuri Sanskrit Pathshala

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Page 323
________________ ૩૧૨ જ આવશ્યકનિયુક્તિ હરિભદ્રીયવૃત્તિ અકારાદિક્રમ तं तह दुल्लहलंभं ..... ॥८४०॥ तप्पागारे १.... ॥५५॥| तिण्णेव य कोडिसया .... ॥२२०॥ तं दृट्ठण पवत्तो०..... भा. २२॥ तप्पुव्विया अरहया ..... ॥५६७॥ | तिण्णेव य लक्खाई १ ..... ॥२६०॥ तं दाएइ जिणिंदो ..... ॥४२३॥ तम्मूलं संसारो ..... ॥४३९॥| तिण्णेव य वाससया ..... ॥२९८॥ तं दिव्वदेवघोसं ..... ॥५९१॥ तम्हा ण बज्झकरणं ..... ॥११४२॥ | तिण्णेव य० ॥भा. ८५॥ तं दुविहं सुअनोसुअ..... भा.२४३॥ तम्हा उ निम्ममेणं ..... ॥१५५७॥ तिण्ह सहस्सपुहुत्तं .... ॥८५७॥ तं पव्वइयं सोउं ..... ॥६०२॥ तरुणदिवायरनयणो ...... ॥१२५४॥ | तिण्ह सहस्समसंखा ..... ॥८५८॥ तं बुद्धिमएण पडेण.... ॥९०॥ तरुणो बलवं ....... ॥१५४५॥| तित्तीस १८ अट्ठवी.... ॥२६८॥ . तं वयणं सोऊणं ..... ॥४२५॥| तवनियमनाणरु क्ख .... तवनियमनाणरु क्खं ..... ॥८९॥| तित्थं १६ गणो १७ ... ॥८९॥ ॥२११॥ तं वयणं सोऊणं..... भा.७४॥ तवसंजमो अणुमओ.... ॥७८९॥| तित्थं चाउव्वण्णो ..... ॥२५॥ तंबाए नंदिसेणो ..... ॥४८४॥ तव्वयणं सोऊणं ...... ॥४३०॥| तित्थपणामं काउं..... ॥५६६॥ . तइअमवच्चं भज्जा ..... ॥४६६॥ तसपाणेहिं जा सा सा ..... पा.६॥ तित्थयरगुणा पडि०..... ॥११३१॥ तइए निसाइयारं ..... ॥१५३०॥ तस्सुत्तरीकरणेणं ..... सू.॥| तित्थयराणं पढमो ....... ॥३३८॥.. तइयकसायाणुदए.... ॥११०॥ तस्स कसाया ...... ॥१४५९॥| तित्थयरे भगवंते...... . ॥८०॥ तच्चावाई चंपा ...... ॥५२१॥ तस्स य संतरणसहं .... ॥ध्या.५८॥ तित्थयरो किंकारणं.... ॥७४२॥ तज्जायपरिट्ठवणा...... ॥भा.२०६॥ तस्स य सकम्मजणियं.... ॥ध्या.५६॥ तित्थाइसेससंजय ..... ॥५५८॥ तज्जीवतस्सरीरंति ..... ॥६०८॥ तस्सऽक्कंदणसोयण.... ॥ध्या. १५॥ तिन्नि य पागारवरे .... ॥५४८॥ तण छेयंगुलि कम्मार ..... ॥४६५॥ तस्सेव य सेलेसीग...... ॥ध्या.८२॥ तिन्नि सया तित्तिसा ..... ॥९७१॥ तणुओ अतिक्ख०..... ॥१४२१॥ तह तिव्वकोहलोहाउ..... ॥ध्या. २१॥| तिन्नि सया तित्तीसा ..... ॥९६६॥ तण्हावोच्छेदेण य ..... ॥१५९९॥ तह तिहुयणतणुवि०..... ॥ध्या.७२॥ तिरिएसु अणुव्वट्टे ...... ॥८२६॥ तत्तो सुमंगलाए .... ॥५२२॥| तह नाणलद्धनिज्जाम०.... ॥१६॥| तिल्लं तेगिच्छसुओ.... ॥१७४॥ तत्तो चरित्तधम्मो ..... ॥१५९८॥| तह बारस वासाइं,.... ॥२४०॥| तिविठू अ१दिवि० ..... भा.४०॥ तत्तो य अहक्खायं.... ॥११५॥ तह रेवइत्ति ...... पा.४४॥ तिविहंमि सरीरंमि,... ॥८॥ तत्तो य णंगलाए ..... ॥४८०॥ तह विसइंधणहीणो..... ॥ध्या.७४॥| तिविहाणुवसग्गाणं ...... ॥१५५२॥ तत्तो य पुरिमताले .... ॥४९०॥| तह सूलसीसरोगाइ०... ध्या. ७॥| तिविहेणंति न जुत्तं .... ॥१०४७॥ तत्तो य समतेणं ..... ॥५५१॥ तह सोज्झाइसमत्था...... ॥ध्या.९८॥ तिविहो य होइ जड्डो..... पा. २०॥ तत्तोऽणुप्पेहाओ .... ॥ध्या. २९॥ तहविय अठाय०..... ॥१४२५॥| तिविहो सरीरजड्डो ...... पा. २३॥ तत्थ उ भणिज्ज ....... ॥१४६९॥| तायंमि पूइए चक्क ..... ॥३४३॥| तिव्वो रागो अ...... भा. २०२॥ तत्थ किल सोमिल०..... ॥५४१॥ तालपिसायं १ दो ..... ॥भा. ११३॥ तिसमयहीणं खुड्ड.... भा.१६५॥ तत्थ मरीईनामा ..... ॥४२२॥ | तावो वोसो भेओ..... ॥ध्या.९९॥ | तिसु तिन्नि तार०..... ॥१३९२॥ तत्थ य तिरयणवि०.... ॥ध्या.६१॥ तिग १४ दुग १५ .... ॥२३९॥ तिहि नाणेहि .... भा. ५८॥ तत्थ य दो आइल्ला ...... ॥१४६६॥ | तिगसंजोगाण दसण्ह...... प्र.॥| तिहिं नाणेहिं ..... भा. ११०॥ तत्थ य मइदोब्बलेणं...... ॥ध्या.४७॥| तिण्णि अ७ अड्डाइ०..... ॥२५७॥| तिहिरिक्खंमि..... भा. ७९॥ तत्थवि सो इच्छं.... ॥६७५॥| तिण्णि य गोयमगोत्ता.... ॥६४९॥| तिहुयणविसयं ...... ध्या.७०॥ तदविरयदेसविरया..... ॥ध्या. १८॥| तिण्णि सए दिवसाणं.... ॥५३५॥| तीयमणागयभावं ..... ॥१४३९॥ तद्दिवसभोइआई...... ॥१३४७॥| तिण्णेव उत्तराई ...... पा.४२॥ | तीसा बारस दसगं.... ॥५२॥ . * १४८८ पछी.

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