Book Title: Anandghan ni Atmanubhuti 06 Author(s): Kalyanbodhivijay Publisher: Jinshasan Aradhana Trust View full book textPage 5
________________ चिह्नम्.. 10રની છે, કાંતિ પ્રસાદ યુને 09-2-10 . प्रथमं हि कान्तिः प्रसादः स्वरसौम्यता च. Deolocka0800kada JotockoolocockON જ યોગ પ્રવૃત્તિનું પ્રથમ ચિહ્ન છે. Ros नम्र सूचन इस ग्रन्थ के अभ्यास का कार्य पूर्ण होते ही नियत समयावधि में शीघ्र वापस करने की कृपा करें जिससे अन्य वाचकगण इसका उपयोग कर सकें.Page Navigation
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