Book Title: Agamoddharak Kruti Sandohasya Part 06 Author(s): Manikyasagarsuri Publisher: Mithabhai Kalyanchandji Pedhi View full book textPage 5
________________ पंक्ति . 1 अशुद्ध कद्रमा कद्र मा श्चेत्त 13 सवा गोचरे केवत्वे विविस्तैिषा समश्नुते हो ष स्थिति -सदृशौ सर्वा गोचरं केबलत्वे विविक्तेषा समश्नुते ह्येष स्थिति सदृशे कुये सङ्ख्य वाच्यार्थी तम्य सङख्य वाच्यार्थी तस्य स्यान्ने श्रद्धः सङ्खये जावः स्यान्ते कूर्च श्राद्धः सङख्ये जीवः गिरा गिरी वय मोक्ष सुतार्थे मोक्ष र सुतीर्थे P.P. Ac. Gunratnasuri M.Se in Gun Aaradhak Trust ned by CamScannerPage Navigation
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