Book Title: Agam 31 Chulika 01 Nandi Sutra Nandi Terapanth
Author(s): Tulsi Acharya, Mahapragna Acharya
Publisher: Jain Vishva Bharati

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Page 254
________________ परिशिष्ट ४ : विशेषनामानुक्रम-देशीशब्द २२६ ४,५ ईहा पूर्व अपढमसमय सिद्ध केवलज्ञान का भेद ३२ अपोह मतिज्ञान का पर्यायवाची ५४।६,६२ अप्पडिवाइ अवधिज्ञान का भेद ९,२१ अप्पडिवाइ केवलज्ञान का भेद ३३११ अभय व्यक्ति ३८।११ अभिनंदन तीर्थकर गा०१८ अभिन्नदसपुवि श्रुतधर अमच्च राजपरिकर ३८।११ अम्मा पारिवारिक सदस्य ८६-८९,९१ अयलपुर जनपद ग्राम गा० ३२ अयलभाया गणधर गा०२१ अर तीर्थंकर गा० १९ अरय वाहन व वाहन के गा० ५ उपकरण अरुणोववाय ग्रंथ ७८ अलाय अग्नि १२-१५ अवंझ १०४,११५ अवलंबणया अवग्रह का पर्यायवाची ४३ अवाय मतिज्ञान का भेद ५३,५४।१ अवाय अवाय का पर्यायवाची ४७ असंखेज्जसमयसिद्ध केवलज्ञान का भेद ३२ असण्णि प्राणिवर्ग ६२,६४ असण्णिसुय श्रुतज्ञान का भेद ५५,६४ असुयनिस्सिय मतिज्ञान का भेद ३७,३८ असुर गा० ३ अस्स प्राणि वर्ग ३८६ आउरपच्चक्खाण ग्रन्थ आगर खान ८३ आगासपय दृष्टिवाद परिच्छेद ९४-१०० आजीविय अन्यतीथिक १०१,१०३ आणुओगिय व्याख्यानाचार्य गा. ३२,४३ आणुगामिय अवधिज्ञान का भेद ९,१० आभिणिबोहिय ज्ञान ३५,५४१६ आभिणिबोहियनाण ज्ञान २,३४,३५,३७, ५१,५४१६ आभीरी जाति गा.४४ आभोगणया ईहा का पर्यायवाची ४५ आयप्पवाय पूर्व १०४,१११ आयरिय पद गा. ३९, सू. ३५ आयविसोहि ग्रन्थ ७७ आयार ग्रन्थ ६५,८०,८१ आवट्टणया अवाय का पर्यायवाची ४७ आवलियंत समय का प्रकार १८८३ आवलिया समय का प्रकार १८।३,२२ आवस्सय ग्रन्थ ७४,७५ आवस्सयवइरित्त ग्रन्थ ७४,७६,७९ आवाग आवा (पज्जावा) आसुरुत्त लौकिक ग्रन्थ आहच्चाय दृष्टिवाद परिच्छेद १०२ इंदभूई गणधर गा. २० इंदियपच्चक्ख ज्ञान इथिलिंगसिद्ध केवलज्ञान का भेद ३१ इसिभासिय ग्रंथ मतिज्ञान का भेद ३९,४४,४५,५०, ५३,५४।१ ईहा मतिज्ञान का पर्यायवाची ५४।६,६२ उक्का अग्नि १२-१५ उक्कालिय ग्रन्थ ७२,७६,७७ उग्गह मतिज्ञान का भेद ३९,४०,४३,५०, ५४.१ उज्जाण उद्यान ८६-८९,९१ उज्जुमइ मन:पर्यवज्ञान का भेद २४,२५ उज्जुसुय दृष्टिवाद परिच्छेद १०२ उज्झर जल व जलाशय गा.१५ उत्तरज्झयणाइ ग्रंथ ७८ उदग जल व जलाशय उदिओदय व्यक्ति ३८।११ उद्देसग ग्रन्थ परिच्छेद ८५ उद्देसण ग्रन्थ परिच्छेद ८१-८४,८६-९१ उप्पत्तिया मतिज्ञान का भेद ३८.१,२,७९ उप्पायपुव्व १०४,१०५ उवट्ठाणसुय ७८ उवधारणया अवग्रह का पर्यायवाची ४३ उवसंपज्जणसेणिया- दृष्टिवाद परिच्छेद ९३,९८ परिकम्म उवसंपज्जणावत्त दृष्टिवाद परिच्छेद ९८ उवासगदसा ग्रंथ ६५,८०,८७ उसभ तीर्थकर गा. १८ उसहसामि तीर्थकर ७९ ऊससिय अनक्षर श्रुत का भेद ६०१ एकसिद्ध केवलज्ञान का भेद ३१ एगगुण दृष्टिवाद परिच्छेद ९४-१०० एगट्रियपय दृष्टिवाद परिच्छेद ९४,९५ एरवय जनपद ग्राम एलावच्च गोत्र गा.२५ एवंभूय दृष्टिवाद परिच्छेद १०२ एगट्ठियपय दृष्टिवाद परिच्छेद ९४,९५ देव Jain Education Intemational For Private & Personal use only www.jainelibrary.org

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