Book Title: Agam 31 Chulika 01 Nandi Sutra Nandi Terapanth
Author(s): Tulsi Acharya, Mahapragna Acharya
Publisher: Jain Vishva Bharati

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Page 261
________________ २३६ विलमद विजयचरिय विज्जाचरणविणिच्छय ग्रंथ विज्जाणवाय विष्णु विष्णाण विप्पजहणसेणिया परिकम्म विप्पजहगावत विमल वियत्त वियावत्त वियाह वियाहचूलिया वियाहपण्णत्ति विवागसुय विहत्थि विहारकष्ण वीमंसा वीमंसा बीरागसुम वीर वीरिय वेढा वेणइयवाइ वेणइया बेव बेहलिय वेलंधरोववाय वेला वेसोबास बेसिय सइ संखेज्जसमयसिद्ध संजूह संवि संति संभव संभिण्ण संभूय मुम सणासु संसारपहि मनः पर्यवज्ञान का भेद २४, २५ दृष्टिवाद परिच्छेद १०२ Jain Education International पूर्व अग्नि अवाय का पर्यायवाची ४७ दृष्टिवाद परिच्छेद तीर्थंकर गणधर दृष्टिवाद परिच्छेद ग्रंथ ७७ १०४, ११४ गा. १६ ग्रन्थ तीर्थंकर पूर्व ग्रन्थ परिच्छेद ९३,९९ ग्रंथ ग्रंथ ग्रंथ मान का प्रकार २० ग्रन्थ ७७ ईहा का पर्यायवाची ४५ मतिज्ञान का पर्यायवाची ५४।६, ६२ तीर्थंकर दृष्टिवाद परिच्छेद श्रुतधर आचार्य जन्म का प्रकार ग्रंथ दृष्टिवाद परिछेद ९९ गा. १९ गा. २० १०२ ८५ ७८ ६५,८० ६५,८०,९१ ७७ गा. ३,२१,२२ १०४,१०७ ८१-९१,१२३ अन्यतीर्थिक मतिज्ञान का भेद लौकिक ग्रन्थ धातु व रत्न ग्रन्थ ७८ जल व जलाशय गा. ११ ग्रन्थ ७८ लौकिक ग्रन्थ ६७ मतिज्ञान का पर्यायवाची ५४।६ केवलज्ञान का भेद दृष्टिवाद परिच्छेद श्रुतधर आचार्य तीर्थंकर ८२ ३८।१,७९ ६७ गा. १७ ३२ ६०२ गा. २५ गा. १९ गा. १८ १०२ गा. २४ २३ ७७ ९४-१०० सगभद्दिया सच्चप्पवाय सजोगिभवत्थ सट्टितंत सण्णक्खर सण्णा सण्णि सण्णि ससु सपज्जवसिय सप्प समणोवासग समभिरूढ समय समय समवाय समुट्ठाण सुय समुद्द समुद्दे सग समुद्देस समोसरण सम्म सम्म सुय सबुद्धसिद्ध सरड सलिंग सिद्ध सवणया सव्वओभद्द ससमइय ससि सहस्सपत्त साइ साइय साडी सामज्ज सामाइय सामाण सावग सिज्जंभव For Private & Personal Use Only लौकिक ग्रन्थ पूर्व ६७ १०४, ११० २७, २८ केवलज्ञान का भेद लौकिक ग्रन्थ ६७ अक्षरश्रुत का भेद ५६, ५७ मतिज्ञान का पर्यायवाची ५४।६ प्राणीवर्ग श्रुतज्ञान का भेद 13 33 37 प्राणीवर्ग श्रावक दृष्टिवाद परिच्छेद समय का प्रकार ग्रन्थ ग्रन्थ ग्रन्थ जल व जलाशय ग्रन्थ परिछेद ग्रंथ परिच्छेद सभामण्डप श्रुतज्ञान का भेद "" ग्रन्थ तीर्थंकर वनस्पति भूतधर आचार्य श्रुतज्ञान का भेद वस्त्र भूतधर भाषायें ग्रंथ परिच्छेद दृष्टिवाद परिच्छेद श्रावक श्रुतधर आचार्य २५,६२-६४ १२७।१ ५५:६१,६४ ५५,६८,६९,७१, १२७/१ ३८।१३ ८७ १०२ केवलज्ञान का भेद प्राणीवर्ग ३१ ३८।३ ३१ अवग्रह का पर्यायवाची ४३ दृष्टिवाद परिच्छेद केवलज्ञान का भेद नंदी १८१,२८,२९, ३२,५२,५४१३ ६७ ६५,८०,८४ ७८ गा. १५, १७, १८१६,२५ ८५ ८१-८४, ८६-९१ ८६-८९,९१ १२७।१ ५५,६५,६७,६९ १०२ १०१, १०३ गा. १८ गा. ८ गा. २६ ५५,६७, ६९, ७१ १२७।१ ३८/७ गा, २६ ७५ १०२ गा. ८,१५,३८ । ११ गा. २३ www.jainelibrary.org

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