Book Title: Agam 15 Upang 04 Pragnapana Sutra Part 04 Sthanakvasi Author(s): Ghasilal Maharaj Publisher: A B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti View full book textPage 4
________________ जैनाचार्य-जैनधर्मदिवाकर-पूज्यश्री-घासीलालजी-महाराजविरचितया प्रमेयबोधिनीख्यया व्याख्यया समलङ्कतं हिन्दी-गुर्जर-भाषाऽनुवादसहितम् ॥श्री-प्रज्ञापनासूत्रम्॥ ( चतुर्थो भागः) नियोजकः संस्कृत-प्राकृतज्ञ-जैनागमनिष्णात-प्रियव्याख्यानि पण्डितमुनि-श्रीकन्हैयालालजी महाराजः प्रकाशकः पालनपुरनिवासि-श्रेष्ठिश्री दीनेशभाई रसीकलाल कोठारी प्रदत्त-द्रव्यसाहाय्येन अ. भा० श्वे० स्था० जैनशास्त्रोद्धारसमितिप्रमुखःश्रेष्ठिश्रीबलदेवभाई डोसाभाई पटेल-महोदयः मु० अहमदाबाद-१. प्रथम-आवृत्तिः प्रत १२०० वीर-संवत् २५०४ विक्रम संवत् २०३४ ईसवीसन् मूल्यम्-रू० ३०-०० PANCHARYAPage Navigation
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