Book Title: Agam 06 Ang 06 Gnatadharma Sutra Shwetambar
Author(s): Rai Dhanpatsinh Bahadur
Publisher: Rai Dhanpatsinh Bahadur

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Page 1405
________________ सेसिभिहितिजावतंकरिहिंतिजहावियणंजयधरण सत्यवाहेणोवणहेउवाणोरूवहेउवाोबल हे उवाणोविसयहेउवासुसमाएदारियाएमंतसोणिएमाहारिएणणत्यएगाएरायगिहसंपावणयाएए वामेवसमणाउसोजो अम्हणिग्गंथोवाणिग्गंधिवाइमरसोरालियसरीररूवंतासवलपित्तासबससु नीसंखणाईएकमासनापणसणकरी तालगीजाकालकरिवानामासने विर्षे कालमरणप्रतेकरीने सौधर्मनानावाल्प देवलोकने विदेयतापणे ऊपनातेसौधर्नदेवलोकायकी चवीनेसहाविदेहोदनेविषे सीमास्येतालगोजापाठकर्मना बंतकरस्येसिद्धहास्यहि देसुधर्माखामीकहें जिमनिये हेजंबूधन्नोसार्थवाइवर्णकातिथावानाहेतुकारणभणीनकर शरीरनोअधिकारूपनाकारणभणीनक रेअधिकाबलनाकारणथावाभणी नकरेयधिकाविषवनाथावानाकारणसणीनकरेस उमापुत्रीनामासरुधिरलाहीमतेंयाहारकरे तेयनेरापीनाका कामकाजने' बर्थनकरेएकनि.केवलराजरटहनगरमते पामिवानेचपडचवाभणीमासलादीनाचाहारकरे ति * मसाधुनोदृष्टातोपमाकहे पूर्णप्रकारे धन्नासार्थवानीगर यहोत्रमणोहेआउखावंतसाधो जेअम्हारानियसाधुसाधवीदीक्षा 港體猎器業繼器整器器業叢叢叢器蹤器繼業 紫艷諾論

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