Book Title: Agam 06 Ang 06 Gnatadharma Sutra Shwetambar
Author(s): Rai Dhanpatsinh Bahadur
Publisher: Rai Dhanpatsinh Bahadur

View full book text
Previous | Next

Page 1414
________________ 杀器繼器端器器器 अंतियाअोपडिणिक्खमइश्त्तातमेवचाउघंटं बासरहंद सहइजावपचोरुहइजेऐवडरौएरायातेणेव उवागच्छदूरत्ताकरयलजावडरौयंएवंवयासौएवंखलुमएथेराणंतिएधम्म णिसंतेजावपव्वइत्तएत एणसे डरौए कांडरौयएवंवयासौमाणंतुनंभाउयाइयाणिंमुडे जावपवाहिअहंतुममहारायाभिसिं चामितरणं सेकंडरोएडरौयस्मएयमणोआढाइजावतुसिणौएसचिइतएणडरोएरायाकंडरौयं । नाघोडानारथऊपरवेसे वेसीने तिहापोतानाघरछेतिहाभावीने रथथको हेठोऊतरे ऊतरीने जिहाडरीकराजाछेतिहायावे में घावीने वेडहायजोडीकरीपुंडरीकराजामते इमकहतोऊओइणे प्रकारेबलुनिश्चे मे घविरनासमीपनेंविषे धर्मसाभल्योतेकार णयको तुम्हारीयाज्ञाकारीदीक्षालेवाभणीहंवाछुछु तिवारेवलतोतेपुडरीकराजावंडरीक प्रतेमकहतोयो माइतिनिषेधेहे भाईहिवणामुडघई दीक्षालेजमाहुतुझमते मोटेरान्याभिषेके करी सीचुंअभिषेक कर रानाथापो धमकह्योतिवारतेकंडरीक पुंडरीकनाएवचननाअर्थप्रते आदरेंनहींजाणेनोवलतोनवावदीये नहौं तालगीजाणवोल्योछतोरवोलेनौं तिवारें पोंड Prari AIR INTERExifiilmiRREFSAHELAM 器聚光器装

Loading...

Page Navigation
1 ... 1412 1413 1414 1415 1416 1417 1418 1419 1420 1421 1422 1423 1424 1425 1426 1427 1428 1429 1430 1431 1432 1433 1434 1435 1436 1437 1438 1439 1440 1441 1442 1443 1444 1445 1446 1447 1448 1449 1450 1451 1452 1453 1454 1455 1456 1457 1458 1459 1460 1461 1462 1463 1464 1465 1466 1467 1468 1469 1470 1471 1472 1473 1474 1475 1476 1477 1478 1479 1480 1481 1482 1483 1484 1485 1486 1487