Book Title: Agam 06 Ang 06 Gnatadharma Sutra Shwetambar
Author(s): Rai Dhanpatsinh Bahadur
Publisher: Rai Dhanpatsinh Bahadur

View full book text
Previous | Next

Page 1450
________________ MAKE BE वहिययाण्हायावायवलिकम्माकयको जयमंगलपायच्छित्तासुद्धप्यावेसाइमं गल्लाई' वत्थाइपवरपरहि याअष्णमहग्घाभरणालंकियसरीराचेडियाचक्कवालपरिकिरणा सायोगिहाओ पडिणिक्वमइश्त्ताजे णेवबाहिरियाउवट्टाणसाला जेणेवधम्मिएनाणम्पवरे तेणेव उवागच्छ इश्ता धम्मियं जाणपवरंदुरु ढातएणंसाकालौदारियाधम्मियं जाणम्प्रवरं एवंजहादोवदेवौ नावपज्जुवासइतरणंपासे अरहापु लगोहृतहृदयाघण्हर्षपामीछती न्हाहीचंचोलीपछे घरनादेवतानी बलिकर्मपूजाकीधीपक्छे' कोतुकमसितिलकट्रोवसरसवमंगली कनिमित्तकरें' प्रायछित्तयशुभयकल्याणटालियाने काजे' शुद्धनिर्मलाऊजला में लरहित पहिरवेस मंगलीककारी एहवावस्त्रप्रवरम धानपच्हिरौअल्पभारथोडोम हवन्डमूल्य एहवा श्राभरणपहिरो चलंकृत सोभायमानछें' शरीरजेकाली बालिकानोएहवीथई छतीदा सीयाने' समूहेकरीवीटीछती पोतानावरथकीनीसरे नीसरीने जिल्हावाहिरली उपस्थान वेठवानीशालायें जिहाधार्मिकयानरथम वरप्रधानछें तिहाचावीचवीने धार्मिकरथप्रधान ऊपर चढी तिवारे तेकालीपुत्रीकुमारी धार्मिकरथऊपरचढीने वेसीने' एवं प्र

Loading...

Page Navigation
1 ... 1448 1449 1450 1451 1452 1453 1454 1455 1456 1457 1458 1459 1460 1461 1462 1463 1464 1465 1466 1467 1468 1469 1470 1471 1472 1473 1474 1475 1476 1477 1478 1479 1480 1481 1482 1483 1484 1485 1486 1487