Book Title: Agam 06 Ang 06 Gnatadharma Sutra Shwetambar
Author(s): Rai Dhanpatsinh Bahadur
Publisher: Rai Dhanpatsinh Bahadur

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Page 1458
________________ 鮮類殺殺殺殺 FD णंसापुप्फचूलाअज्जा कालिकुमारिसयमेवपव्वावेद् नावरवसंपज्जित्ताणं विहरद् तरणंसाकाली ज्जानायाइरियासमियाजावगुत्तत्रं भयारिणीत एणंसाकाली अज्जापुप्फचू लाएअज्जाए श्रं तिएसामा इयमाइयाइ एगारस गाई हिज्जइज चउत्थनावविहरद्र तरणंसाकालीज्जाश्रयाक जाणिवो तालगीजापोते 'श्रीभगवंतदीचामते देवे तिवारपछोपार्श्व नाथ अरिहंतपुरुषामा हिच्या देयनामनोधणीकालीप्रतेपोते आप णपेंभगवंतपुष्पचूलासाधवीने शिष्यणीपणे चेलीपणे करी चापे' दीये' तिवारपछीतेपुष्पच्लासाधवी कालीकुमरीप्रते स्वयमेवदीचा देवे'तालगीजाकालीसाध्वी पुष्पचूलासाध्वीगुरुनीमतें अंगीकारकरीने विचरेछे तिवारपछी तेकाली चार्या साधवीथई ईर्यासमिति प्रमुखपाचसमितित्रिणगुप्तिनीधरणहारिणीथई गुप्तब्रह्मव्रतनाधरणहारीथई तिवार पछी कालीयार्यासाध्वी पुष्पचूलासाधवीने समौपर्ने विषॆ सामायकच्यध्ययन चादिदेई इग्यारे अंगभणे भगीने' घणाचोथट्ठअट्टमच्यारपाच पनरउपवास करतीमासखमणकर तीतोविचरेके तिवारपछी तेकाली साघवी एकदा प्रस्तावे सरीरपाउसिया बकुशचारित्रनीधरणहारी करडम कुशकावराचारित्रनी

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