Book Title: Updesh Tarangini Author(s): Ratnamandir Gani, Shravak Bhimsinh Manek Publisher: Shravak Bhimsinh Manek Samiti View full book textPage 7
________________ Dr 3 ४० जिनमंदिर बांधवामाटे श्रामराजानुं दृष्टांत. .... ६ए कुमारपाल राजानुं दृष्टांत. .... ५० संप्रति राजानी कथा. .... .... ..... ०५ .५१ जिनमंदिर बांधवामाटे सिद्धराज हांशी शरावीका इ. 69 ५२ जीर्णोधार माटे सऊन कोटवाखनुं दृष्टांत. ५३ पारस शेग्नुं दृष्टांत. . .... ५४ विमलशाह शेउनी कथा. .... ५५ जीर्णोधार माटे वस्तुपाल तेजपालनी कथा. ५६ पेथडशाह तथा जांऊण शाहनी कथा. ५७ बाहडदे मंत्रीनुं दृष्टांत. ... .... २८ धनसार अने गुणसारनी कथा. . .... एए पौषध शालामाटे देदाशाहनी कथा. .... ६० शांतु मंत्रीनी कथा. .. .... .... १०६ ६१ श्राजडशाहनुं दृष्टांत. .... .... १०७ ६५ जिनबिंबपर जरतचक्री तथा वस्तुपासनी कथा..... ६३ जीमश्रावक तथा घनशाहनी कथा. .... ..... १११ ६५ समराशाह रोग अने एक जाटनी कथा. .... ११५ ६५ हांसी श्राविकानुं दृष्टांत. .... .... ६६ जैनपुस्तकोपर पेथडशाहनुं दृष्टांत. .... ६७ पंचपरमेष्टिनु माहात्म्य. .... ६७ परमेष्ठी मंत्रपर जीमाक शेग्नी कथा..... .... १२४ ६ए नीतिमार्गनो उपदेश.. .... .... १२५ ७० चतुर्विध संघनी पूजानो उपदेश संघपूजानो महिमा.१२७ ७१ संघवात्सल्यपर धनाशाह शेरनी कथा..... .... १३३ ७५ स्वामिवात्सत्यपर जरतचक्री तथा पुनड श्रावकनी कथा१३७ ७३ श्राजुशेठ तथा कांफण शेउनी कथा..... .... १३७ १४ जगसिंहशाह विगेरेनां दृष्टांतो. ..... .... १३ए .... . . . .Page Navigation
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