Book Title: Updesh Tarangini Author(s): Ratnamandir Gani, Shravak Bhimsinh Manek Publisher: Shravak Bhimsinh Manek Samiti View full book textPage 1
________________ श्री जिनाय • श्रीरत्नमंदिरगणी कर नपदेशतरंगिणी -~~>ocoआ अमूल्य ग्रंथमा विविधोपदेशणी भरली पांच तरंगोनुं मूलसहित आषांतर आ ग्रंथमां अनेक प्रकारना अपूर्व विषयोलोमवेश होवाथी समस्तचतुर्विध श्रीसंघने अवश्य वांचवा जणवा माटे घणोज उपयोगी जाणीने. श्रावक. शा० नीमसिंह माणकें. मुंबापुरीमध्ये निर्णयसागर नामक मुजालमा सकियो वीर वंत वीक्रम सवंत १९५७ वैशाख शुदि३ रवै.Page Navigation
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