Book Title: Updesh Pushpamala Author(s): Hemchandracharya, Publisher: Prachya Vidyapith Shajapur View full book textPage 4
________________ कृपावृष्टि - दादागुरुदेव युगप्रधान श्री जिनकुशलसूरि आज्ञा - गच्छाधिपति श्री कैलाश सागर सूरीश्वर जी म.सा. आशीर्वाद - उपाध्याय प्रवर श्री मणिप्रभसागर जी म.सा. दिशा-निर्देश - आदरणीय प.पू. श्री मनीतप्रभसागर जी म.सा. प.पू. मैत्रीप्रभसागरजी म.सा. अमिदृष्टि - आगम ज्योति प्रवर्तिनी श्री सज्जन श्री जी म.सा. पुस्तक - उपदेश पुष्पमाला का हिन्दी अनुवाद प्रेरणा - संघरत्ना श्री शशिप्रभाश्री जी म.सा. पू. प्रियदर्शना श्री जी म.सा. अनुवादिका - प.पू. श्री सम्यग्दर्शनाश्री जी म.सा. सम्पादन एवं भूमिका- डॉ. सागरमलजी जैन संस्कृत छाया __ - प्रो. माखनलाल जी सोनी प्रूफ संशोधन - साध्वी श्री कनकप्रभा श्री जी म.सा. साध्वी श्री सम्यक्प्रभा श्री जी म.सा. (प्रियंवदा) अ.भा. जैन श्वे. श्री खरतरगच्छ महासंघ मुम्बई प्रकाशक - कुशल ज्ञान सज्जन प्रकाशन, जयपुर प्राच्यविद्यापीठ, शाजापुर प्रकाशन वर्ष ___ - वि.सं.२०६४ प्र. सज्जनश्री जी म.सा. जन्म शताब्दी वर्ष अक्टूम्बर २००७ प्राप्ति स्थान - १. श्री पद्मचन्दजी नाहटा, अध्यक्ष खरतरगच्छ महासंघ जगमोहनमलिक लेन कलकत्ता (प.बं.) २. अभयभंसाली, भंसालीहाउस, सदर बाजार पो. रायपुर (छत्तीसगढ़) ३. प्राच्यविद्यापीठ, शाजापुर (म.प्र.) - ५०/- (पचास रुपये) मुद्रक - आकृति ऑफसेट ५, नईपेठ, उज्जैन (म.प्र.) दूरभाष - ०७३४-२५६१७२० मोबाईल - ६८२७६-७७७८० शल्य Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
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