Book Title: Tulsi Prajna 1991 07 Author(s): Parmeshwar Solanki Publisher: Jain Vishva Bharati View full book textPage 2
________________ तुलसीप्रज्ञा - त्रैमासिक अनुसधान पत्रिका जैन विश्व भारती संस्थान, लाडनूं - ३४१३०६ अंक २ जुलाई-सितम्बर बीस रुपये शुल्क - ४५ ) वार्षिक : आजीवन - ५०१ ) खण्ड- १७ ० 'तुलसी प्रज्ञा' प्रतिवर्ष - मार्च, जून, सितम्बर और दिसम्बर माह के तीसरे सप्ताह में प्रकाशित होती है । • प्रकाशनार्थ लेख इत्यादि कागज के एक ओर टंकण कराके भेजें । साधारणतया दस पृष्ठों से बड़ा लेख न हो । जरूरी हो तो विवेच्य विषय दो भागों में विभाजित किया जा सकता है । ० 'संपादक - मण्डल' द्वारा लेखादि में काट-छांट सम्भव है किन्तु भाव और मंशा को सुरक्षित रखा जावेगा । दुर्लभ फोटो और रेखाचित्र मुद्र हो सकते हैं। • प्रकाशन स्वीकृति दो माह के भीतर भेज दी जाती है । अस्वीकृत लेख लौटाने संभव नहीं होंगे । अतः प्रतिलिपि सुरक्षित रख लें । • लेखादि हिन्दी अथवा अंग्रेजी भाषा में निबद्ध हो सकते हैं; किन्तु आगम और प्राकृत, संस्कृत आदि ग्रन्थों से उद्धरण देवनागरी लिपि में लिखें और उद्धृत-ग्रंथों के संस्करण और प्रकाशन-स्थान भी सूचित करें । • समीक्षा और समालोचन के लिए प्रत्येक ग्रन्थ की दो-दो प्रतियां भेजें । • सभी प्रकार के पत्र व्यवहार के लिए - 'सम्पादक, " तुलसी प्रज्ञा " जैन विश्वभारती, लाडनूं - ३४१३०६' को संबोधित करना चाहिए। Jain Education International सम्पादक डॉ0 परमेश्वर सोलंकी For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
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