Book Title: Tile Wale Baba
Author(s): Mishrilal Jain
Publisher: Acharya Dharmshrut Granthmala

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Page 6
________________ व्यर्थ बोलने लगी हो, मेरी भी तो सुन। अच्छा सुनाओ। एक टीले पर गाय का दूध अपने आप भर जाता ऐसी अनहोनी घटना तो मैंने जीवन में कभी नहीं सुनी। क्यों झूठ बोलते हो? मैं सच कहता हूं GA मैंकल जाकर टीले की खुदाई करंगा मैं तुम्हें वहां नहीं जाने दंगी। मुझे तो भूत-प्रेत का चक्कर समझ में आता है। OG full

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