Book Title: Tile Wale Baba
Author(s): Mishrilal Jain
Publisher: Acharya Dharmshrut Granthmala

View full book text
Previous | Next

Page 20
________________ टीले के सामने बैलों सेजुता रथ तैयार खड़ा है,लाखों मीना गुजरों की भीड़ लगी है। सभी लोग भगवान महावीर की जय जयकार कर रहे हैं। टीले वाले बाबा की जय भगवान महावीए) की जय 25 ny it AR SUI 114EMAIL अरे! आज चतुरा नहीं दिख रहा मूर्ति को रथ में विराजमान किया... समीप ही सेठ अमरचन्द व अन्य गणमान्य व्यक्ति खडे है सभी आश्चर्यचकित है..... अरे ये क्या?रथ अचल हो गया। चलता ही नहीं। चतुरा वर्षों से बड़े बाबा की सेवा कर रहा है। उसकी इच्छा के बिना मुर्ति मन्दिर में कैसे जायेगी?

Loading...

Page Navigation
1 ... 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28