Book Title: Tattva Muktakalap
Author(s): D Srinivasachar, S Narasimhachar
Publisher: Mysore Government Branch
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66
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प्रमाणवचनम् अवस्तुभेद अवस्थानिबन्धनैव अंवस्थापरिणाम अवस्थितस्य द्रव्यस्य अवस्थितानि अविद्यमाना अविद्याजायमा अविनाभाव
पुटम् | प्रमाणवचनम् 317 | अस्माकं त्वव 230| अस्मानुपा 286 अस्माभिस्तद्दिशा 281 | अस्य द्वैतेन्द्र 167
अहं वैश्वानरो 193 अहीनसत्वह 35 | अहेतुकत्व 63 | अज्ञानं तदुपाश्रित्य
अहंप्रत्यय
61
424 340 546 388 368
424
80
290
अविभागोऽपि अरुद्धविशेषण अविरुद्धस्तु अविशिष्टाद्विशि अव्युच्छिन्नास्त अशक्यापह्नवा अष्ठाचका अष्टौ प्रकृतयः
आ आकाशमिन्द्रिये 77 आकाशाद्वायुः 214 3981 आकाशे चाविश 141 आक्षिप्तव्यतिरेका 171 आगन्तुकापृथक्सि - 1731 आगमार्थ . 177 आत्मन आकाशः
| आत्मकृतेः 512 | आद्याः पुनस्तयोः
आपोमयः | आपो वा इदम् 98
आयसात्तैजसम्
आरोपे सति 29 | आवारकम् 339 | आविर्भाव 344 .83 | आसीदिदं तमो
155 534 523 324 309
29 535 313 318 547 158 565 576 291
___450
368
259
असच्चासदिति असत्त्वे सर्वभा असदकरणादु असन्निकृष्ट असन्निश्चय अस्तिसत्वउपपा
327
.... .... . 47
214
"
अस्त्यवं किं तु अस्मदुक्तं
.... 522
SARVARTHA.

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