Book Title: Tattva Muktakalap
Author(s): D Srinivasachar, S Narasimhachar
Publisher: Mysore Government Branch

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Page 726
________________ ..... 314 66 327 प्रमाणवचनम् अवस्तुभेद अवस्थानिबन्धनैव अंवस्थापरिणाम अवस्थितस्य द्रव्यस्य अवस्थितानि अविद्यमाना अविद्याजायमा अविनाभाव पुटम् | प्रमाणवचनम् 317 | अस्माकं त्वव 230| अस्मानुपा 286 अस्माभिस्तद्दिशा 281 | अस्य द्वैतेन्द्र 167 अहं वैश्वानरो 193 अहीनसत्वह 35 | अहेतुकत्व 63 | अज्ञानं तदुपाश्रित्य अहंप्रत्यय 61 424 340 546 388 368 424 80 290 अविभागोऽपि अरुद्धविशेषण अविरुद्धस्तु अविशिष्टाद्विशि अव्युच्छिन्नास्त अशक्यापह्नवा अष्ठाचका अष्टौ प्रकृतयः आ आकाशमिन्द्रिये 77 आकाशाद्वायुः 214 3981 आकाशे चाविश 141 आक्षिप्तव्यतिरेका 171 आगन्तुकापृथक्सि - 1731 आगमार्थ . 177 आत्मन आकाशः | आत्मकृतेः 512 | आद्याः पुनस्तयोः आपोमयः | आपो वा इदम् 98 आयसात्तैजसम् आरोपे सति 29 | आवारकम् 339 | आविर्भाव 344 .83 | आसीदिदं तमो 155 534 523 324 309 29 535 313 318 547 158 565 576 291 ___450 368 259 असच्चासदिति असत्त्वे सर्वभा असदकरणादु असन्निकृष्ट असन्निश्चय अस्तिसत्वउपपा 327 .... .... . 47 214 " अस्त्यवं किं तु अस्मदुक्तं .... 522 SARVARTHA.

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