Book Title: Supatra Kupatra Charcha
Author(s): Ambikadutta Oza
Publisher: Aadinath Jain S M Sangh

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Page 13
________________ (11) बतावे यह गृहस्थनीति। इससे उलटा गृहस्थ अनीति। इस पर उदाहरण-जैसा लिया वैसा दिया यह गृहस्थ नीति। लाकर न देना यह गृहस्थ अनीति। लड़की तेरह या पन्द्रह साल की लड़का अठारह या बीस साल का, यदि परस्पर सम्बन्ध हो तो गृहस्थनीति। लड़की दस साल की बुड्ढ़ा साठ साल का। लड़की 12 साल की लड़का 8 साल का। यदि परस्पर सम्बन्ध हो तो गृहस्थ अनीति। लड़का भले घराने का होकर परस्त्रीगमन,. रण्डीबाजी करे तो यह गृहस्थ अनीति । गृहस्थ नीति से गृहस्थाश्रम की उन्नति और दुनिया भर में भलाई। गृहस्थ अनीतिः से गृहस्थाश्रम की बर्बादी और दुनिया भर में बुराई। धर्मनीतिसम्पूर्ण धर्मनीति, देश थकी धर्मनीति । ऋषि, साधु, मुनि, गुणी, ब्राह्मण सम्पूर्ण धर्मनीति का पालन करें। गृहस्थ के सम्पूर्ण धर्मनीति होती नहीं। यदि हो जावे तो गृहस्थ कहलाबे नहीं। बिना अपराधी मोटे जीव को न मारे। मोटी झूठ न बोलें। मोटी चोरी न करे। परस्त्री गमन, रण्डीबाजी न करे। मर्यादा उपरांत पैसा न रखे। पैसे के लिये जाल दगा ठगी प्रपंच न रचे। यह गृहस्थ के गृहस्थाश्रम में रहते हुये। देश थकी धर्मनीति । जिससे उसका आत्मकल्याण हो और इससे उलटा धर्म-अनीति जिससे वह डूबे।" धर्म भगवान् की आज्ञा में या बाहर? धर्म दया में या हिंसा में? धर्म मोल या अनमोल? धर्म उपदेश में या जबरदस्ती में? धर्म सुपात्र को देने का या कुपात्र को देसे का? उत्तर-धर्म भगवान् की आज्ञा में। धर्म दया में। धर्म अनमोल। धर्म उपदेश में। धर्म सुपात्र को देने में। यदि कोई इसमें उलटा बताये ता

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