Book Title: Sramana 1992 01
Author(s): Ashok Kumar Singh
Publisher: Parshvanath Vidhyashram Varanasi

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Page 112
________________ ( ११० ) संस्था इस बात का भी प्रयत्न करेगी कि समाज में श्रम का भी महत्त्व बढ़े और कोई भी कार्य चाहे वह कितना भी छोटा क्यों न हो, उसे करने में व्यक्ति गर्व का अनुभव करे । इस संस्थान द्वारा स्नातक एवं हाई स्कूल पास विद्यार्थियों को डिप्लोमा देने के साथ-साथ ऐसे भी पाठ्यक्रम चलाये जायेंगे जिनके लिए शिक्षा की कोई न्यूनतम योग्यता निर्धारित न हो। इसके अलावा समय समय पर कम अवधि के रिफ्रेशर कोर्सेस भी चलाये जायेंगे । सैद्धांतिक शिक्षा के साथ-साथ इस संस्थान द्वारा "आन जाब ट्रेनिंग" भी दी जाएगी तथा विभिन्न व्यावसायी एवं औद्योगिक संस्थाओं के कार्यकलापों से अवगत कराया जाएगा। विद्यार्थियों के लिए कैरियर मार्गदर्शक प्रकोष्ठ तथा एक प्लेसमेन्ट ब्यूरो द्वारा उन्हें रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा। कुछ महत्त्वपूर्ण क्षेत्र जिन में प्रशिक्षण दिया जाएगा वे हैं - आफिस मेनेजमेन्ट, एक्सपोर्ट मेनेजमेन्ट, सुपरवाईजरी मेनेजमेन्ट, इण्डस्ट्रीयल सेफ्टी, कम्प्यूटर एकाउन्टिग, लेबोरेटरी केमिस्ट, बिल्डिंग सुपरविजन, कृषि आधारित कुटीर उद्योग, ऐग्रीकल्चर ट्रेनिंग, क्रॉप प्रोटेक्शन आदि इसके अलावा प्लंबर, फिटर, कारपेन्टर, इलेक्ट्रीशियन, वेल्डर, ड्राफ्ट्समेन, पेन्टर तथा महिलाओं के लिए सिलाई-बुनाई एवं निजी सचिव आदि के लिए प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। __इस संस्थान की प्रबन्ध समिति में समाज के प्रबुद्ध वर्ग से एवं तकनिकी शिक्षा से जुड़े व्यक्तियों का सहयोग भी लिया जायेगा। सरकार व अन्य स्वैच्छिक संस्थाओं के सहयोग से इस संस्था को तकनिकी एवं रोजगार उन्मुख शिक्षा के क्षेत्र में एक अद्वितीय स्थान प्राप्त हो सके तथा शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन लाने के लिए यह संस्थान एक मील का पत्थर साबित हो ऐसे प्रयास किये जायेंगे । प्राचार्य श्री आनन्दऋषि जी की पुण्यस्मृति में श्री पी० एस० लुकड़ द्वारा ७१ लाख के ट्रस्ट की घोषणा बम्बई के उद्योगपति, सेवाभावी एवं दानवीर तथा अ. भा. श्वे. स्था. जैन कान्फ्रेंस, दिल्ली के अध्यक्ष श्री पुखराजमल एस. लकड़ ने Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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