Book Title: Six Philosophical Buddhist Tracts Author(s): Asiatic Society of Bengal Publisher: Asiatic Society of Bengal View full book textPage 7
________________ पोडशब्दानुलेख उक्त तयापि नाऽपतिपत्तिरेकविशेष भूतस्या ज्यापोहस्य; अगवापोह एव गोशब्द - स्य निवेशितत्वात् / यथा नीलोत्पले निवेशितादिन्दीव -- मिशाब्याबीलोत्पलप्रतीतो तत्कालामा एव नीलिमस्फुर गम निवार्यम् / तथा गोमादादप्यगवापोछे निवेशिताःन गोप्रतीतौ तुल्यकालमेघ विशेषणत्वात् अग पोहस्फुरणमनिवार्यम् / यथा प्रत्यक्षस्य प्रसारुपा--- भावग्रहणमभावविकल्पोत्पादनशक्तिमतया विधि--- विकल्पानामपि तदनुरूपानुमान दानशक्तिरेवा:--- भावग्रहणमभिधीयते। पर्युदासरूपामावग्रहणं हूँ नियतस्वरूपसम्वेदनमुमयोरविशिष्टम् अन्यपा ---------- यदि शब्दादर्य प्रतिपत्तिकालेकलितो न परापोहः। कथमन्यपरिहारेण प्रवृत्तिः / ततो गां बधानेति' चोदितोऽचादीनपि बनीयात् / यरप्यवोचत् वाचस्पतिः जातिमत्यो व्यक्लया विकल्पाना श--- दानांच गोचर तासांच तहनीना रूपमतज्जाती--- यपरावृत्तमित्यपतिस्तदवगतेन गां बधानेति----- चोदितोऽश्चादीन बध्नाति तप्यनेनव निरस्तPage Navigation
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