Book Title: Shrutsagar 2014 10 Volume 01 05 Author(s): Kanubhai L Shah Publisher: Acharya Kailassagarsuri Gyanmandir Koba View full book textPage 6
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir SHRUTSAGAR OCTOBER-2014 - छेल्लां केटलांक समय पहेलां प्रकाशित कराती प्रतिलेखन पुष्पिकाओनी श्रेणिमां आ वखते जगद्गुरु आचार्य श्री विजयहीरसूरीश्वरजी म. सा. ना नामोल्लेखवाळी केटलीक हस्तलिखित प्रतोनी पुष्पिकाओ प्रकाशित करी छे. हजु पण एमना नामोल्लेख के एमना धर्मराज्यमां लखायेली श्रुतप्रभावनानी नोंध आपती केटलीक प्रतिलेखन पुष्पिकाओ छे जे आगामी अंकोमा प्रकाशित करवा धारणा छे. . __ आचार्य श्री कैलाससागरसूरि ज्ञानमंदिर, कोबामा हस्तलिखित प्रतो, प्रिन्टेड प्रतोपुस्तको तथा सामयिकोनो विशाळ संग्रह करवामां आव्यो छे. आ संग्रहनो उपयोग प.पू.साधु-साध्वीजी भगवंतो तथा विद्वानोकरी शके ते हेतुथी समस्त माहितीओने स्वविकसित लायब्रेरी मेनेजमेन्ट सॉफ्टवेअर हेठळ सुव्यवस्थित संग्रहित करवामां आवे छे. आ प्रोग्राममां कृति, कृति परिवार, विद्वान, विद्वाननी परंपरा, पेटांक, ओनलाईन डीझीटाईझ फोर्ममां ग्रंथो जोवा, प्रतिलेखन पुष्पिका, रचना प्रशस्ति, प्रकाशन परिवार आदि जेवी अनेक माहितीओने संग्रहवामां आवे छे. जेना उपयोगथी झीणामां झीणी माहितीना आधारे जोईती विगतो क्षणवारमांज मेळवी शकाय छे. ज्ञानमंदिर खाते वाचक सेवा हेठळ ई-मेल, पीडीएफ फोर्मेट, झेरोक्ष, कुरियर, आदि प्रक्रिया द्वारा वाचकने जोईती माहितीओ त्वराथी आपवामां आवे छे. श्रुतसेवाना कार्यमां ज्ञानमंदिर खाते केवा-केवा प्रकारनी खास विगतो उतारवामां आवे छे, एनो परिचय करावती लेखश्रेणीमा एक लेख हस्तप्रत लेखन परंपरा से सम्बद्ध विद्वान परिचय'अले प्रकाशित कर्यो छे. आ लेखना वांचनथी आपने ख्याल आवशे के विद्वानोने उपयोगी थवा माटे ज्ञानमंदिर द्वारा हस्तप्रतोमा रहेल विद्वानोनी झीणीमांझीणी माहितीओने तेओनी उपयोगितानी दृष्टिए केवी रीते संग्रहवामां आवे छे. आ माहितीनो उपयोग विद्वानो केवी-केवी रीते करे छे अने करी शके छे ते बाबतनी जाणकारी पण आपने प्राप्त थई शकशे. आवा प्रकारना प्रोग्राम अने साधननी मददथी श्रीसंघमां थता कार्योने योग्य सहयोग मळी शके ए आशयथी ज आ प्रकारना लेखननुं अने प्रकाशन- कार्य प्रारंभ्यु वाचको अने संशोधकोने एक जुदा प्रकारनी द्रष्टिथी जोवा प्रेरित करती आ लेखश्रेणी एमने पोताना कार्यमां अने स्वाध्यायमा उपयोगी थशेज, ए आशा अस्थाने नथी... दर अंकमां प्रकाशित थती पुस्तक समीक्षामां आ वखते जैन शिल्पविधानना बे भागनो संक्षिप्त परिचय अने अनुमोदन प्रकाशित करवामां आव्यु छे. For Private and Personal Use OnlyPage Navigation
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