Book Title: Saral Samudrik Shastra Author(s): Arunkumar Bansal Publisher: Akhil Bhartiya Jyotish Samstha Sangh View full book textPage 4
________________ सरल सामुद्रिक शास्त्र हाथ ही समस्त कर्मों का साधन है। इसके द्वारा ही संसार के धर्म के पालन के लिए विवाह किया जाता है। इसी से पूजा, यज्ञ, दान, भोजन, शान्ति तथा शत्रुनाश किया जाता है। अतः यह हाथ सभी क्रियाओं का कारण है। इन सब क्रियाओं के लिए भी हाथ में अंगुलियों का होना परम आवश्यक है। यही कारण है कि हाथ की अंगुलियों को महादेवी कहा गया है । इसीलिए हस्तशास्त्र के ग्रंथों में पंचांगुली महादेवी की उपासना का विधान है। इसकी सिद्धि प्राप्त करने पर हस्तरेखा विद्वान निश्चय ही सफल भविष्यवक्ता बन जाता है। यहां पर पंचांगुली महादेवी की सिद्धि का विधान दे रहे हैं जिससे साधक लाभान्वित हो सकेगा। . " श्री पंचागुली यंत्रPage Navigation
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