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425 सुप्रसिद्ध कल्याणमंदिर - सिद्धसेन दिवाकर/
स्तोत्र के रचयिता जगद्धरभट्ट/शंकराचार्य (?) थे।
समरपुंगव दीक्षित। 426 (?) नाटक उत्कल की - सिंहलविजय/पादुकाविजय/
ऐतिहासिक घटना पर है। सत्यचरित/सभापतिविजय 427 रामानुजाचार्य के दार्शनिक- सुदर्शन सूरि/वरदाचार्य
ग्रंथों के व्याख्याकार यामुनाचार्य/ (?) थे।
वेदान्ताचार्य। 428 शुक्ल यजुर्वेद का अंतिम - ईश/केन/कठ/प्रश्न ।
अध्याय (?)
उपनिषद है। 429 गदनिग्रह के रचयिता - गुजराथ/काश्मीर/
सोडल (?) के पंजाब/कर्नाटक
निवासी थे। 430 कालिदास का काव्य - वैदर्भी/गौडी/लाटी/
(?) रीति में लिखा पांचाली। गया है। सोमदेव का - बृहत्कथा/अवतिसुंदरीकथा कथासरितसागर गुणाढ्य जातककथा/श्रृंगारमंजरीकथा की (?) कथा पर
आधारित है 432 सोमदेव कृत ग्रंथ (?) है- यशस्तिलकचम्पू/ जीवंधर
चम्पू/ गद्यचिन्तामणि/
पद्यपुराण। 433 कल्याण-मंदिर-स्तोत्र - बौद्ध/जैन/
(?) संप्रदाय में चैतन्य/माध्व।
लोकप्रिय है434 बसवपुराण के लेखक - सोमनाथ/ सोमदेव/
सोमशेखर/सोमकीर्ति । 435 माधवराव पेशवा ने - सोमशेखर/ सोमेश्वर/
भागवतचम्पूकार (?) सोमसेन/सोमानंद ।
कवि का सम्मान किया436 प्रत्यभिज्ञादर्शन का - शिवसूत्र/ शिवदृष्टि/
आधारभूत ग्रंथ है स्पन्दकारिका/ ईश्वरप्रत्यभिज्ञा
सोमानंदकृत (?)437 प्रत्यभिज्ञादर्शन का उदय - केरल/काश्मीर/ कामरूप/
(?) में हुआ- कर्णाटक 438 भारत ग्रंथ का महाभारत - लोमहर्षण/सौती/
(?) ने किया- जनमेजय/शुकाचार्य 439 ऋग्वेद के प्राचीनतम - सायण/ स्कन्दस्वामी/
भाष्यकार (?) है- देवराज/ आत्मानन्द । 440 ऋग्भाष्यकार स्कन्दमहेश्वर - महाराष्ट्र/ सौराष्ट्र
(?) के निवासी थे काश्मीर/ तमिलनाडु। 441 माध्यमिककारिका के - नागार्जुन/ स्थविरबुद्धपालित
लेखक (2) है- शांतरक्षित/ वसुबन्धु । 442 स्वामिनारायण संप्रदाय - शिक्षापत्री/ केशवीशिक्षा/
का प्रमुख ग्रंथ (?) है- नारदीय शिक्षा/माण्डव्यशिक्षा 443 बसुबंधु के प्रमुख शिष्य - तक्षशिला/ नालंदा/
स्थिरमति (?) विद्यापीठ उज्जयिनी/ वलभी।
के आचार्य थे444 काश्मीर के सर्वश्रेष्ठ . गम्मट/ अभिनवगुप्त/
संस्कृत लेखक (?) है- उत्पलाचार्य/ कल्हण । 445 भाषाशुद्धि का प्रथम - शिवाजी महाराज/
प्रयास राज्यव्यवहार कोश डॉ. रघुवीर/ वीर सावरकर/
द्वारा (?) ने किया- सरफोजी। 446 कल्पसूत्रों में (?) सूत्र - श्रौत/ गृह्य/ धर्म/ काम ।
अन्तर्भूत नहीं है447 'पद्मभूषण' उपाधि से - हरिदाससिद्धांत वागीश/
(?) संस्कृत पंडित डॉ. व्ही. राघवन/ भूषित नहीं थे
डॉ.वा.वि.मिराशी/
मधुसूदनजी ओझा। 448 'भारतरत्न' उपाधि से - डॉ. रा. ना. दांडेकर/
विभूषित संस्कृत पंडित डॉ.पा.वा.काणे/ हरिंशास्त्री (?) थे
दाधीच/ डॉ. रघुवीर। 449 षड्दर्शन-समुच्चयकार - श्वेतांबर/ दिगंबर/
हरिभद्रसूरि (?) संप्रदाय महायान/ हीनयान ।
के आचार्य थे450 दशकुमारचरित को - हरिवल्लभ शर्मा पद्यबद्ध (?) ने किया- हरिशास्त्री दाधीच/ हरिश्चंद्र
भट्ट मथुरानाथ। 451 शतपथ ब्राह्मण के - स्कन्दस्वामी/हरिस्वामी/
भाष्यकार (?) थे- स्वामिनारायण/ हलायुध । 452(?) हर्षवर्धन कृत नाटक- रत्नावली/प्रियदर्शिका/ नहीं है
नागानन्द/मुकुन्दानंद। 453 भारत-नररत्नमाला के - ग्वालियर/इन्दौर।
लेखक श्रीपादशास्त्री उज्जयिनी/ बडौदा।
हसूरकर (?) के निवासी थे454 सृष्टि की उत्पत्ति विषयक - 2/6/8/101
'प्राजापत्य सूक्त' ऋग्वेद के (?) मंडल में है
455 योगवासिष्ठ की श्लोक - 18/24/32/50
संध्या (?) हजार है 456 योगवासिष्ठ का सार - गौड अभिनंद। शांतानंद।
लघुयोगवासिष्ठ (?) ने भट्ट शिवराम । वामन पंडित।
लिखा है457 वेदांत मतानुसार संसार - ईश्वर । काल । ब्रह्म । प्रकृति ।
का आदिकारण (?) है।
संस्कृत वाङ्मय प्रश्रोत्तरी / 15
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