Book Title: Sanskrit Prakrit Hastlikhit Grantho Ki Suchi
Author(s): Chandika Prasad Shukla and Others
Publisher: Hindi Sahitya Sammelan
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वैदिक : संहिताएं और साहित्य
विशेष विवरण
आकार (से० मी०) ८ (क)
पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण | लिपिकाल
प्र०पं० (अनु० छन्द में) ८(घ) ९
__ १० पूर्ण/१४
११
२०४१०
२७.४१२
पूर्ण/४१
-
२३.५४१३
। २१
| पूर्ण/१९५
१८८१ वि० पाँच प्रकरणों में वेदान्ततत्त्व का (ज्येष्ठ शुक्ल निरूपण प्रतिपदा)
केवल टीका उपनिबद .
२५४११
| अपूर्ण/७५९
१७४११
पूर्ण/२०
२१४११.५
पूर्ण/२९७
३३४१६
| १४ | ५१ | अपूर्ण/१०१५२
इसमें 'ब्रह्मसूत्र' के प्रथमाध्याय के तृतीय पाद से चतुर्थाध्याय के चतुर्थ पाद तक शांकरभाष्य तथा उस पर गोविन्दानन्द स्वामी की "रत्नप्रभा' टीका है द्वितीय अध्याय के चतुर्थ पाद तक शांकरभाष्य सहित
२७४१४
| अपूर्ण/२८८२
२९.५४१५
पूर्ण/७४२
२५४११
।
अपूर्ण/९३६
१४११
पूर्ण/३४६५
शिखरिणी छन्दों में सटीक शिवमाहात्म्य, ग्रन्थकार तथा टीकाकार दोनों अज्ञात
२७४१६
९ । २४ | पूर्ण/१३.५
१७४११.७
| २० | ८ | १६ | अपूर्ण/८०