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स्तोत्र
३५३
आकार (से० मी०)
लिपिकाल
वियप विवरण
८ (क)
पंक्ति पंक्ति दशा/परिमाण
प्र० पृ०प्र०५० (अनु० छन्द में) ८(ख)|८ (ग) ८(घ)
| १६ | १२ | पूर्ण/१२
___१०
___११
१२४२०.५
२३.३४ १०.३
१० | ३२ | पूर्ण/२६०
१८४३ वि० | प्रायः सौ प्रौढ़ स्रग्धरा छन्दों में सूर्य (फाल्गुन) | सम्बन्धी स्तुति
सूर्य सहस्रनाम, 'देवीरहस्यतन्त्र' का एक अंश
१६ ५१० ५
३५
१० | २० | पूर्ण/२१८
२५४१०
२४ | ८ | २० | पूर्ण/ १२०
१७६२ वि० (ज्येष्ठकृष्ण
द्वादशी भौमवार)
२१४१०
३०७ | १० | २० | पूर्ण/१९१९
१२.५ ४७
। ५
५ | २० | पूर्ण/१६
१३४८
6
पूर्ण/१४
२५४९
6
पूर्ण/२१
१९.३४११
6
अपूर्ण/२६
१७४१२
| अपूर्ण/१८
१७.७४१२.
२
३
| ७ | १६ | पूर्ण/१०.५
१६४११
| ३ | ११ | ३२ | अपूर्ण/३३
११४८
३ | ९ | १० | पूर्ण/८