Book Title: Sanskrit Prakrit Hastlikhit Grantho Ki Suchi
Author(s): Chandika Prasad Shukla and Others
Publisher: Hindi Sahitya Sammelan

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Page 511
________________ - २० घनसारपाठक-३४४ नन्दलाल-४४० नवग्रह ध्यान-३८२ नागोजि भट्ट-२५० नारद--२२६ नारद महर्षि-२६० नारायण-४३२ नारायण भट्ट-३७४, ४२८ नित्यनाय सिद्ध-४७४ निबादित्य-२० निश्चलदास साधु (टीका)-४८ नीलकण्ठ (टीका०)--७८ नीलकण्ठ-४२८,४५८ नीलकण्ठ भट्ट-४७४ पतञ्जलि-३४ पद्मसुन्दर-३४० परमहंस परिव्राजकाचार्य-२१४ परसराम--२४२ परिव्राजकाचार्य--३५६ पारस्कर-४२०,४२२ पुरुषोत्तम गोस्वामी-४०२ पुष्पदन्ताचार्य-२९६, २९८, ३०० पूर्णानन्द गिरि-१८२ पूर्णानन्द परमहंस-२०, १८२ पृथ्वीराज--३३८ प्रज्ञानानन्द सरस्वती (टोका०)-२८ बलदेव (टीका०)--२६४ बल्लभ दीक्षित-२३४ बल्लभ स्वामी--२० बादरायण-३२ बालकृष्ण दास (टीका०)-६२ बुद्धिराज--४२६, ४६८ बुद्धिराज दीक्षित-४२४, ४३८ बुध कौशिक--३०८ बृहस्पति--३४६, ३४८ बौधायन--४०८ बौधायनाचार्य-४३४ ब्रह्मा---१२०, २२८ भद्रबाहु-२६४ भारद्वाज-२२८ भासुरानन्द नाथ--५० भास्कर दीक्षित--४०८ भास्कर मिश्र--४०२ भास्कर राय--४४८ भास्कराचार्य-४४८ भैरव-४३८ मधुसूदन सरस्वती-५० मध्वाचार्य--२४, ३७६ मनिदेव सूरि-३३४ मन्नालाल--२५८ मपङ्कराचार्य (टीका०)-१६ मयूर-३५२ महर्षि नारद--२४० महादेवानन्द सरस्वती--१४,१६ महीधर--१२, ३४ महीधर स्वामी (टीका०)--६६ महूप गोस्वामी-३०२ महेश्वर भट्ट--३०६ मार्कण्डेय--३०२ मालजी वेदाङ्गराय--४४६ मूक कवि सार्वभौम-२३० मूल नारायण--४५८ यामुनाचार्य--३०२ रघुनाथ-१०२ रघुनाथ गोस्वामी--१०६, २७२ रघुनाथ जी--२६६ रघुनार तीर्थ-४०६ रघुनाथ भट्ट-३७८, ४०८ रङ्गराज वेदान्ताचार्य-२३६ रत्ननाथ-३९२ रम्मन जी---४० राकेश (बीकानेर) (टीका०)--६४ राजमकुट मणि-२८८ राजा कृष्णदास-१०६ राधारमण दास (टीका०)-४० राम---३५८ रामकृष्ण (टीका०)-१६, २०, २८ रामकृष्ण-२८, ३४, २७२, २७४, ४६२ रामकृष्ण कवि-२८४ । रामकृष्ण कवीन्द्र--२७४ रामचन्द्र-१४४, ३१२,४१०, ४३८ रामतीर्थ (टीका०)-१८ रामनारायण-४७८ राम नोभिष----३८८. रामप्रसाद--४४४ रामभद्र मिश्र (टीका०)--३५४ रामानन्द (टीका०)-९२ रामानन्द सरस्वतो--३२ रावण-३३४ रुद्रधर--४६०, ४६२ रूप गोस्वामी-३२, २५०

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