Book Title: Sanskrit Prakrit Hastlikhit Grantho Ki Suchi
Author(s): Chandika Prasad Shukla and Others
Publisher: Hindi Sahitya Sammelan
View full book text
________________
कर्मकाण्ड
३८७
-
-
लिपिकाल
विशेष विवरण
आकार (से० मी०) ८ (क)
पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण
प्र०पू०प्र० पं० (अनु० छन्द में) (ख) ८ (ग) ८(घ)
___१०
२५.७४१०.८
|६० | पूर्ण/१८३०
सटोक
२५.५४ ११.५ । ८३
| अपूर्ण/१५७७ ।
२७४११
अपूर्ण/५१
१४४११
| पूर्ण/१०
१४.५४१३
पूर्ण/७१
| १९२३ वि० (आश्विनकृष्ण
१४ रवी)
१७.५४ १२.५ । ३७ | ६ |
| पूर्ण/६९
१४४१५.५
पूर्ण/३७
२८.३४१२
| पूर्ण/८५९
इसमें वापी, कूप, तडाग, आराम तथा देवतायन-प्रतिष्ठा के सम्बन्ध में तिथि, वार, नक्षत्रादि का विवेचन किया गया है। ग्रन्थ का विषय गृह्यसूत्र है। इस पर कामदेव दीक्षित का भाष्य
भी उपलब्ध है १८१४ वि० नित्यकर्म विषयक उपयोगी ग्रन्थ
२५४११
०
१७४१०
७ | २४ । अपूर्ण/२७३
१७४१०
| अपूर्ण/७४
२१४११
९ | २० | अपूर्ण/४५
१७४१०
२४१ | ७ | २० | पूर्ण/१०५४
काली की दैनिक तान्त्रिक पूजनविधि