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कर्मकाण्ड
४५९
लिपिकाल
विशेष विवरण
आकार (से० मी०) ८ (क)
पसं० पंक्ति ] अक्षर दशा/परिमाण
प्र० पृ०प्र०५० (अनु० छन्द में) (ख)
__
११
२९४१७
२४ | अपूर्ण/३२
१९२७ वि०
३६४१० .
२५४११.१
| अपूर्ण/ १४९८
अनिष्टनिवारण तथा पापशान्ति
विषयक पौराणिक विधियों का संग्रह २८६ १० | ४४ | अपूर्ण/३८३३ | १८२५वि० | भूकम्पादि दैवी आपदाओं की
शान्ति का उपाय प्रतिपादित है।
प्रारम्भ के ११८ पत्र अनुपलब्ध हैं | ३४२| १३ | २६ | पूर्ण/३६१२
ग्रह-वास्तु-दर्श-पल्ली-कपोतादिशान्तियों
का सविधि निरूपण | १४ | १० | ३२ | अपूर्ण/१४०
२४.३४१७
१८x११
१९९१३
८ | १२ | पूर्ण/६
१८.५४१०.३
पूर्ण/१७१
२४४११
७ | ३२ | पूर्ण/१८२
२३.२४११.६ | २ | ८ | २७ | अपूर्ण/१४
२७४१२.५
| ९ | २८ | पूर्ण/९४
२६४११
| ९ | ३२ | अपूर्ण/३४२
१५४९
७
४ | १२ | पूर्ण/१० ।
।
१
| १८२५ वि. (श्रावणसुदि३)
१६.८x१०.५ / २ | ७ | २० | पूर्ण/८