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विषय
२६
..... नील - नीलसंवेदन का भेद अबाधित २७..... प्रकाशता की नीलादि आकाररूपता असंगत २८..... प्रकाशता की ग्राह्यरूप से भासित नीलादि आकारता मानने अन्योन्याश्रय
२८ .....तदाकारता में तद्ग्राहकता की व्याप्ति असिद्ध . तद् ग्राहकता का नियामक ज्ञानक्षणों का कार्यकारणभाव अशक्य
२८
२९.....
२९
३०
३०
३१
की अनुपपत्ति
. स्वरूप संवेदनात्मक प्रमाणलक्षण में प्रत्यक्षबाध ... एक सामग्री अधीनता से व्यवहार उपपत्ति उभयपक्ष में शक्य
३१
३२
. बाह्यार्थसिद्धि का मुख्य आधार प्रत्यक्षप्रतिभास ..... साकारवाद में नियत अर्थव्यवस्था असंभव ..... साकारवाद में साकारताजनक के जनक की अनवस्था दोष
३३
. प्रकाशता में अर्थाकार प्रवेश मानने पर परलोकभंग का प्रसंग
..... मीमांसकप्रमाणलक्षणेऽनधिगतार्थाधि
३३
विषय निर्देश
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३४
. सारूप्य का एकान्त भेद - अभेद पक्ष दोषग्रस्त ४१ . नीलाकार ज्ञान से नीलव्यवस्था मानने पर अतिप्रसंग
४१
४२
. चक्षु से रूपोपलब्धि के व्यवहार की निराकारवाद ४३ में संगति
४४
३०
.. साकारवाद में धर्मकीर्त्तिनिरूपित प्रमाणलक्षण ४४..... बौद्धमत में स्वतः प्रामाण्यनिश्चय की व्याख्या
. प्रदर्शकत्व प्रापकत्वरूप नहीं
३७
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गन्तृत्वस्य निरसनम्
३४
..... मीमांसामत का अनधिगतार्थाधिगन्तृत्व विशेषण दुर्घट
३६ .....एकान्ततः अनधिगतार्थाधिगन्तृत्व का असंभव . प्रेक्षापूर्वकारी पुरुष को ज्ञातार्थज्ञान के लिये उपालम्भ अनुचित
३६....
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३८
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.....
. पुनः पुनः निश्चयकारक प्रमाण की सार्थकता . समानविषयक शाब्दादिज्ञानों का प्रामाण्य
युक्तियुक्त
३९.....
४०
४०
विषय
. पुरुषप्रवृत्ति प्रमाणाधीन नहीं होती
. पुरुषार्थोपयोगी साधन का प्रदर्शकत्व प्रवर्त्तकत्व कैसे ?
. बौद्धमतानुसार प्रमाणस्वरूप का निरूपण प्रत्यक्ष और अनुमान का प्रापकत्व
. बौद्धमत में प्रत्यक्षग्राह्य क्षणिक पदार्थ 'प्राप्य' नहीं होता
अनुमान में प्रदर्शित अर्थप्रापकत्व की उपपत्ति . विकल्प भी वस्तुलक्षी प्रवृत्ति कारक होता है . पीतशंखग्राहि ज्ञान में प्रामाण्यापत्ति का निरसन
. प्रत्यक्ष / अनुमान से अतिरिक्त कोई प्रमाण नहीं . बौद्धमतप्रदर्शितप्रमाणलक्षणनिरसनम्
४४......
अर्थ का तीसरा प्रकार ?
अर्थ का समर्थन
. उपेक्षणीय . उपेक्षणीय . बौद्धमत में प्रदर्शितार्थप्रापकत्व की अनुपपत्ति . दृश्य - प्राप्य के एकीकरण का प्रयास व्यर्थ . लोकव्यवहारसिद्धप्रमाणलक्षण से नित्यानित्य अर्थ की सिद्धि
४७ ..... प्रत्यक्षगृहीत सन्तान का विकल्प से समर्थन
४६
४६
४४.....
४५
४५......
४९
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५०
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अशक्य
४८ ..... सन्तान वस्तुतत्त्व की सिद्धि से बौद्धमत में आपत्ति
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४८
. बौद्धमतानुसार अनेकान्तवाद की सिद्धि ..... नैयायिकमतेन प्रमाणलक्षणम्
४९
.नैयायिकमतानुसार सामग्री में प्रामाण्य दुर्घट . विवक्षानुसार साधकतमत्व की उपपत्ति अशक्य सन्निपत्यजनकत्व साधकतमत्व नहीं हो सकता ५१......कारकसाकल्य में साधकतमत्व का उपपादन
प्रयास
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५२. संनिपत्यजनन एक अतिशय, वही साधकतमत्व . सामग्री में साधकतमत्व की उपपत्ति
५२
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