Book Title: Prakrutanand
Author(s): Jinvijay
Publisher: Rajasthan Prachyavidya Pratishthan Jodhpur
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प्राकृतशब्द:
संस्कृतरूपम् सूत्राणि
प्राकृतशब्द.
संस्कृतरूपम् सूत्राणि
अोवासइ
३५१
२२४
अोवासावेइ अोवासेइ अोवाहा मोहलं अंकोल्लं अंबं
अवकासते अवकाशयति अवकाशयति अवगाहते उलूहलम् अंकोठ प्रानं अश्रु
४०२ ३५३ १८७A
कस्स कस्सि कस्सि कसद कलुणं कलंबो कहावणो कहि
२००
२०८ २१७
अंसू
कहि
७५
काव्वं कामा काइ काई काउं
काऊण
कइप्रवो कइया कउरवो कउसलो कच्छा कज्जो कढइ कढोरं कण्हो कण्हं कण्हत्तणं कण्हदा कतइ कत्तरी कत्तो
काए
कैतवः कदा
२२५ कौरव:
७४ कौशल: कक्षा
१६६ कार्यः
११२ क्वथति ३५८ कठोरं
१९६ कृष्णः १०,१२०,१३३ कृष्णम् कृष्णस्वम् ३१३ कृष्णता ३१३ कृन्तति कर्तरी कस्मात २२१ कदा
२२५ कस्मात २२१ करिष्यति (?) ३६५ कदा कर्म कबन्ध:
८७ करोति ३६४ कृणाति ३६७ कारयति ४०२ कर्षति ३६८ करेणुः १५१
MUMr. uTorr . .
or
कस्य
२२२ कस्मिन् कदा
२२५ कृषति
३८६ करुणं
२०० कदम्बः कार्षापण: १२४ कस्मिन
२२४ कदा
२२५ कस्मात २२१ कर्तव्यम ४१६ का
२८४ का कानि कमि कृत्त्वा का कस्मात केषां कारयति कालायस कालायसं कस्य कासते
३५१ केभ्यः
२२१ कस्मात . २२१ केभ्यः करिष्यति (?) ३६५ कदा
२२५ कास्मि ३९५ कृत्त्या
१६५ कोत्तिः
१७६ क्रीणाति ३६६ काययति काययति
.
कत्थ
कादु काणं कारेइ कालाप्रसं कालासं कास कास कासुतो काहि काहिंतो काही काहे काहं किच्चा कित्ती किणइ किणावे किणे
कदो
२२१
कम्भं (?) कम्मि कम्मो कमंधो करई करई करावे करिसइ
४०२
करेणू
४०२
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