Book Title: Prakrit Vyakaranam
Author(s): Sanyamsagar
Publisher: Sanyamsagar
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________________ अंक-प्राकृत संस्कृत गुजराती ४६५-परिवाडी (परिपाटी) स्त्री. क्रम, वारो ७५४-परिवार (परिवार) न. मियान ७८८-परिसर (परिसर) पु. परिवार 459 -परिसा (परिषद्) स्त्री. सभा ५०२-परिहट्टिअ (परिट्टित) वि. कचरेलु ११७-परिहणय (परिघामक) न पहेरवानु ८११-परिहत्थ (परिहस्स) पु. डाह्यो ४६३-परिहरिस (परिहर्ष) पु. आनंद ४२३-परिहा (परिखा) . स्त्री. खाई ५१५-परिहाय. ( ) वि. दुबलु , ४५५-परिहास (परिहास) पु. हसवु. ४८९-परिहिअ (परिहित) वि पहेरेलु 553- परिहअ (परिभूत) वि. हारेल ३९-परेय (प्रेत) पु. पिशाच, प्रेत ९३४-परोहड* ( ) न. ढंकाएल जमीनवाळु घर ४५६-पलअ (प्रलय) पु. नाश ८७९-पलही* ( ) . स्त्री. कपास ३५८-पलाल (पलाल) न. डुडु, पराळ ३.३९-पलास (पलाश) न. पांदडु १६-पलोविअ (प्रदीप्त) वि. दोपेलु ३१०-पल्लल (पल्वल) न. तळाव ३४१-पल्लव (पल्लव) पु. ९५४-पल्लविअ (पल्लवित) वि. लाखथी रंगेल लाल ५९२-पत्थिअ (विरेचित) वि. विरचित ६५-पवअ (प्लवग) पु. वानर ६५-पवंगम (प्लवंगम) पु. वानर पलव [114
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