Book Title: Prakrit Vyakaranam
Author(s): Sanyamsagar
Publisher: Sanyamsagar
View full book text
________________ अंक-प्राकृत संस्कृत गुजराती ६५४-भिसी+ (वृषी) स्त्री. एक जातनी बेठक ९११-भी (मीत) वि. बीधेल . १०९-मीय (भीम) वि. भयंकर १०९-भीसणय . (भीषणक) वि. , ८५६-भुअ (मुज) पु. हाथ, भुजा ५१९-भुक्किम (बुक्ति ) न. भसवू 523 -भुक्खिअ* (बुभुक्षित) वि. मुख्यु ८५७-भुमआ ३१-भुअय (भुजग) पु सप . ३१-भुअंगम (भुजंगम) पु. . ३१-मुअंग १८८-मुअण (भुवन) न. पृथ्वी ८५८-मुअमूल (भुजभूल) न. हाथनु मूळ काख २९७-भुल्लंकी* ( ) स्त्री. शिआलणी . ९३३-भूमि (भूमि) स्त्री. भूमि, जमीन (भूत) . पु. पिशाच 396- भूअ (भूत) पु. जंतु . २५३-भूसण (भूषण) न. घरेणु ७३८-भे (युष्मद्-यूयम्) स. तमे २०५--भोइअ* (भोगिक) पु. गाम धणो ३९२-भोअ (भोग। पु. नागनी फेण १८६-भोम (भौम) पु. मंगल ग्रह 108 मइरा २०७-मइरेअ (मदिरा) स्त्री. मदिरा (मैरेय) न. दारु [126]
![](https://s3.us-east-2.wasabisys.com/jainqq-hq/4ba51a7ae55bdacf2f1bf72fa07fd52c169313d13163284cdb5043a0e5e766a4.jpg)
Page Navigation
1 ... 229 230 231 232 233 234 235 236 237 238 239 240 241 242 243 244 245 246 247 248 249 250 251 252 253 254 255 256 257 258 259 260 261 262 263 264 265 266